क्षत्रिय महासंघ भारत का चौथा अधिवेशन आयोजित
भिवानी (ब्यूरो): क्षत्रिय महासंघ भारत का चौथा अधिवेशन उत्तर प्रदेश के मथुरा में आयोजित हुआ। अधिवेशन कि अध्यक्षता भिवानी के गांव सांवड़ निवासी क्षत्रिय महासंघ भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन सुरेश सिंह परमार कि अध्यक्षता में आयोजित हुआ। अधिवेशन में प्रमुख वक्ताओं ने क्षत्रिय समाज की कुरीतियों पर प्रकाश डाला और कुरीतियों को दूर करने पर जोर दिया। राष्ट्रीय संरक्षक बृजभूषण सिंह सेंगर ने क्षत्रियों के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज को भगवान श्रीराम के आदर्शों का अनुशरण करना चाहिए। जगभान सिंह चौहान ने भगवान परशुराम के चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान परशुराम ने कभी किसी भी युग में पृथ्वी से क्षत्रियों का सर्वनाश नहीं किया बल्कि उन्होंने अधर्मी, दुराचारी, दुष्ट प्रवृति के लोगों का सर्वनाथ किया। महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष गायत्री सिंह ने क्षत्रिय समाज में देरी से हो रही शादी संबंधो को कुरीति के रूप में परिभाषित किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन सुरेश परमार ने क्षत्रिय समाज के लिए कार्य करने वाले लोगों व पत्रकारों को सम्मानित भी किया। अधिवेशन में विगत चार वर्षो में किये गये कार्यो पर चर्चा कर आने वाली कठिनाईयों पर प्रकाश डाला गया और उसके निराकरण के उपाय राष्ट्रीय पदाधिकारियों द्वारा बताए गए। विगत कई वर्षों से पदासीन ऐसे पदाधिकारी जो निष्क्रिय रहे हैं को पदमुक्त किये जाकर नवीन स्थापना के लिए रिक्त किये गये हैं। साथ ही तृतीय सालाना अधिवेशन से अब तक पारित नौ प्रस्तावों में की गई कार्यवाहियों की समीक्षा कर सहमति दी गई है। डिप्टी कमिश्नर पद से सेवानिवृत्त बृजभूषण सिंह सेंगर द्वारा लिखित पुस्तक क्षत्रिय राजपूतों का इतिहास एवं वंशावली का विमोचन किया गया।




