हिमाचल प्रदेश

जानें नाग मंदिर की मान्यता, हिमाचल में फैसले लेने से पहले श्रद्धालु लेते हैं आशीर्वाद

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले की मनोहारी सांगला घाटी में स्थित बेरिंग नाग मंदिर न केवल एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, बल्कि यह क्षेत्र की लोक आस्था, परंपराओं और सांस्कृतिक विरासत का जीवंत प्रतीक भी माना जाता है. देवदार के घने वृक्षों, ऊंचे पर्वतों और सतलुज नदी के पास स्थित यह प्राचीन मंदिर किन्नौर की नाग परंपरा को दर्शाता है. स्थानीय लोग बेरिंग नाग को किन्नौर क्षेत्र के प्रमुख नाग देवता के रूप में पूजते हैं.

बेरिंग नाग मंदिर में लगता फुलैच मेला

हर साल बेरिंग नाग मंदिर परिसर में हर साल फुलैच मेला का आयोजन बड़े ही उत्साह के साथ होता है. किन्नौर के साथ-साथ आसपास के जिलों के लोग भी मेले में शामिल होने के बड़ी संख्या में पहुंचते हैं. मेले के दौरान कई तरह के आयोजन होते हैं, जिसमें विशेष पूजा, भव्य रथ यात्रा, देव परिक्रमा और पारंपरिक नृत्य शामिल हैं. इस दौरान ढोल-नगाड़ों की आवाज से पूरे इलाके खुशनुमा हो जाता है. इलाके में जश्न का माहौल रहता है.

आध्यात्मिक शांति का होता अनुभव

यहां स्थानीय संस्कृति जीवंत झलक भी देखने को मिलती है. बड़ी संख्या में बेरिंग नाग देवता मंदिर पहुंचने वाले भक्त पूजा-पाठ कर घर परिवार की खुशी की कामना करते हैं. लोगों इस मेले को लेकर काफी उत्सुक नजर आते हैं. यहां आने वाले श्रद्धालु न केवल आध्यात्मिक शांति का अनुभव करते हैं, बल्कि किन्नौर की सांस्कृतिक विरासत को नजदीक से समझने का भी उन्हें मौका मिलता है.

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