राजनीति

सीवर टैंक में डूबने से बच्ची की मौत…अपार्टमेंट के लोगों ने शव लेकर निकाला मार्च, मैनेजमेंट पर लापरवाही का आरोप

मध्य प्रदेश के कोतवाली थाना क्षेत्र में शनिवार की रात संतुष्टि अपार्टमेंट में 14 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई. बच्ची अपार्टमेंट में बने पार्क में बच्चों के साथ खेल रही थी. उसी समय सीवर टैंक में डूबने से उसकी मौत हो गई. रविवार को बच्ची की मौत के बाद पूरी सोसायटी के लोगों में संतुष्टि अपार्टमेंट मैनेजमेंट के खिलाफ गुस्सा फूटा. अपार्टमेंट में रहने वाली महिलाओं का गुस्सा सबसे ज्यादा मैनेजमेंट की गीता दीवान के खिलाफ था.

महिलाओं ने गीता दीवान के खिलाफ नारेबाजी की और कहा कि वह कहती थीं कि यहां के बच्चे उनके बच्चे हैं. वह खुद को इन बच्चों की और सोसायटी की मां बताती थीं. आज उनकी बेटी की मौत उन्हीं की लापरवाही की वजह से हो गई है. अब कहां गई गीता मां? महिलाओं ने उनके खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुलिस के अधिकारियों से मांग की कि जब तक वह गीता दीवान और शिवपुरी कलेक्टर को यहां नहीं बुलाएंगे. तब तक बच्ची का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा.

दो से ढाई घंटे तक चक्का जाम किया

महिलाओं ने प्रशासनिक अधिकारियों को 30 मिनट का समय देते हुए कहा कि अगर इतने समय में कलेक्टर और गीता दीवान यहां आ जाते हैं तो ठीक है, नहीं तो वह संतुष्टि से बाहर निकलकर चक्का जाम करेंगे. महिलाओं की दी गई टाइमलाइन में जब कलेक्टर और गीता दीवान संतुष्टि अपार्टमेंट नहीं पहुंचे तो वहां के लोगों ने बच्ची के शव को लेकर अपार्टमेंट से ग्वालियर बाईपास चौराहे तक मार्च किया. यहां लगभग 2 से ढाई घंटे तक चक्का जाम किया गया. इसके बाद पहले कलेक्टर रविंद्र चौधरी मौके पर पहुंचे.

मैनेजमेंट के लोगों के खिलाफ प्रदर्शन

कलेक्टर के सामने महिलाओं ने अपनी बात रखी और गीता दीवान को बुलाने की बात कही. इसके कुछ देर बाद गीता दीवान बाईपास पर पहुंचीं, जहां महिलाओं का गुस्सा उन पर फूट पड़ा. इसके बाद बच्ची का अंतिम संस्कार किया गया. इसी बीच देर रात संतुष्टि अपार्टमेंट का मैनेजमेंट संभालने वाले अर्जुनलाल दीवान के खिलाफ पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया. रविवार की सुबह भीड़ की मांग पर उन्हें गिरफ्तार कर कोतवाली ले जाया गया. अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने इस मामले में संतुष्टि मैनेजमेंट से जुड़े नीरज जैन समेत बाकी लोगों को भी आरोपी बनाने की मांग की. इसके बाद कलेक्टर ने पुलिस को कहा है कि जो भी लोग संतुष्टि मैनेजमेंट से जुड़े हुए हैं, उन सभी को मामले में आरोपी बनाया जाए.

लोगों ने लगाए लापरवाही के आरोप

संतुष्टि अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने आरोप लगाते हुए बताया कि वह सीवर टैंक के सड़े हुए ढक्कनों को सही करवाने के लिए महीनों से ग्रुप पर शिकायत कर रहे थे. लेकिन ये सही नहीं कराए गए. संतुष्टि में पार्क के नीचे सीवर टैंक है. यह हमें 15 जून को ही बताया गया है और वहां डेंजर जोन का भी कोई साइन बोर्ड नहीं लगाया है. संतुष्टि मैनेजमेंट ने नक्शे में पार्क की जमीन पर बिल्डिंग बना दी हैं. सीवर और पानी के टैंकों पर दिखाने के लिए पार्क बना दिए हैं.

यही नहीं लोगों ने ये भी आरोप लगाया कि संतुष्टि अपार्टमेंट में फायर सेफ्टी का कोई मैनेजमेंट नहीं है. यहां के अग्निशमन यंत्र भी एक्सपायर हो चुके हैं. 28 मई को मानसी गुरूबक्षाणी नाम की महिला के घर में आग लग गई. लेकिन आग बुझाने का कोई प्रबंध नहीं थी. काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका. यही नहीं संतुष्टि में बिना सुरक्षा इंतजाम के साथ नियमों को ताक पर रखकर निर्माण किए जा रहे हैं. यहां पर आज तक सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह की कोई ट्रेनिंग, कोई मौक ड्रिल नहीं कराई गई है.

मामले की होगी मजिस्ट्रियल जांच

इस मामले में कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी का कहना है कि एडीएम की ओर से मामले की मजिस्ट्रियल जांच कराई जाएगी. कॉलोनी वालों ने बताया कि कई बार कहने के बावजूद भी सीवर के ढक्कन नहीं बदलवाए गए. प्रबंधन ने जिस तरह की लापरवाही बरती है. उसे देखते हुए मैनेजमेंट में शामिल हर जिम्मेदार को आरोपी बनाया जाएगा. अन्य बिंदुओं जैसे रेरा की अनुमति, नक्शा के मुताबिक निर्माण, पार्क, सीवर टैंक और सभी पॉइंट्स पर कॉलोनी की जांच कराई जाएगी.

बच्ची की मौत पर जताया दुख

शिवपुरी में संतुष्टि के सीवर टैंक में गिरने की वजह से हुई उत्सविका की मौत पर केंद्रीय मंत्री और क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक्स और फेसबुक पर पोस्ट कर दुख जताते हुए संवेदना व्यक्त की. उन्होंने लिखा, ‘शिवपुरी की संतुष्टि कॉलोनी में मासूम बच्ची उत्सविका की सीवर टैंक में गिरने से हुई दर्दनाक मौत काफी पीड़ादायक है. शोकाकुल परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और परिजनों को यह असहनीय पीड़ा सहने का संबल प्रदान करें.’

महिलाओं ने संतुष्टि प्रबंधन पर लापरवाही और पार्क बेच कर वहां बिल्डिंग खड़ी करने के आरोप खुलकर गीता दीवान के सामने लगाए. आरोपों को लेकर गीता दीवान से उनका पक्ष जानने का कोशिश की गई तो गीता दीवान बिना कुछ कहे ही चली गईं. उनका सिर्फ इतना कहना था कि भले ही महिलाएं उनसे नाराज हैं, लेकिन वह फिर भी उनके साथ खड़ी हुई हैं.

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