हरियाणा

खुशी घणघस ने जीता स्वर्ण पदक, घणघस खाप ने किया जोरदार स्वागत

भिवानी, (ब्यूरो): जब बेटियां अपने सपनों को पसीने और संघर्ष से सींचती हैं, तब इतिहास बनता है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है मेहंदा गांव की बेटी खुशी घणघस ने, जिन्होंने 30 मई से एक जून तक महाराष्ट्र के नासिक में आयोजित हुई राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में 70 किलोग्राम भार वर्ग में खेलते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया। उनकी इस उपलब्धि के उपलक्ष्य में गांव धनाना में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें घणघस खाप के हरियाणा प्रधान काला, राष्ट्रीय उपप्रधान नरेश मांढ़ी व गांव धनाना निवासी घणघस खाप के राष्ट्रीय प्रवक्ता नफे सिंह घणघस, सत्यवन उर्फ कच्छू धनाना सहित अनेक लोगों ने स्वर्ण पदक खुशी घणघस को सम्मानित किया। ढोल-नगाड़ों और फूल-मालाओं के साथ बेटी का स्वागत किया गया। गांव धनाना निवासी घणघस खाप के राष्ट्रीय प्रवक्ता नफे सिंह घणघस ने कहा कि स्वर्ण पदक विजेता खुशी घणघस का परिवार मूल रूप से गांव धनाना के निवासी है, जो फिलहाल गांव मेहंदा में रह रहे है। उन्होंने बताया कि खुशी में बचपन से ही कुश्ती के प्रति जुनून था। उन्होंने कहा कि खुशी ने यह साबित कर दिखाया है कि अगर इरादा मजबूत हो, तो किसी भी मंच पर जीत पाई जा सकती है। ये तो बस शुरुआत है। उन्होंने कहा कि यह समारोह सिर्फ एक पदक के सम्मान का नहीं था, बल्कि बेटियों के हौसले, संघर्ष और सफलता का उत्सव था। ऐसी उपलब्धियां अन्य बेटियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनती है तथा समाज को यह सिखाएंगी कि असली ताकत सपनों में और उन्हें सच करने की हिम्मत में होती है। वही स्वर्ण पदक विजेता खुशी घणघस ने कहा कि यह पदक सिर्फ उनका नहीं, मेरे कोच, माता-पिता और हर उस लडक़ी का है जो सपने देखने से डरती है। उन्होंने कहा कि वे चाहती है कि उनकी तरह ही हर बेटी को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलना चाहिए। इस अवसर पर अनेक खेल प्रेमी मौजूद रहे।

Related Articles

Back to top button