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करनाल उपचुनाव पैसों की बरबादी, उपचुनाव रद्द करने को लेकर विधायक नीरज शर्मा ने चुनाव आयोग को लिखा पत्र

न्यूज़ डेस्क हरियाणा। चण्डीगढ़। राकेश गुप्ता। विधायक नीरज शर्मा का कहना था कि करनाल उपचुनाव हरियाणा की जनता के पैसों की बरबादी है, क्योंकि उप चुनाव के बाद नवनिर्वाचित विधायक के पास सिर्फ 4 माह का समय होगा।

विधायक नीरज शर्मा ने चुनाव आयोग को लिखे पत्र में लिखा कि बाॅम्बे हाईकोर्ट की नागपुर बैंच के द्वारा सिविल रिट पीटिशन नम्बंर 1986 आॅफ 2024 में दिनांक 26 मार्च को आदेश पारित किया गया है कि अकोला (पश्चिम) विधानसभा क्षेत्र में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को रद्द किया गया है, क्योंकि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अब चंद महीने रह गए है। ऐसे में उपचुनाव कराना पैसे की बरबादी है, यदि यहां चुनाव होते भी है तो नवनिर्वाचित विधायक का आधे से ज्यादा कार्यकाल आचार संहिता में बीतेगा। 4 जून को नतीजे आने के बाद नए विधायक को सिर्फ चार महीने का समय मिलेगा। चुनाव में सरकारी खजाने से भारी रकम खर्च की जायेगी। इसलिए बाॅम्बे हाईकोर्ट की नागपुर बैंच के द्वारा इस उपचुनाव को रद्द करने का आदेश दिनांक 26 मार्च को दिया है।

हरियाणा में भाजपा सरकार के पुनर्गठन के बाद करनाल लोकसभा से मनोहर लाल खट्टर इस्तीफा दे चुके है और करनाल उपचुनाव में भाजपा द्वारा नायब सिंह सैनी को टिकट दी गई है।

विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि हरियाणा कि करनाल विधानसभा सीट पर उपचुनाव 25 मई को होना है और 4 जून तक आदर्श आचार संहिता हैं। चुनाव के निर्णय के बाद सिर्फ 4 माह का समय बाकि बचेगा, इसलिए बाॅम्बे हाईकोर्ट की नागपुर बैंच के द्वारा दिए गए निर्णय को ध्यान में रखते हुए करनाल विधानसभा के उपचुनाव को रद्द किया जाए क्योकि यह हरियाणा की जनता के पैसों की बरबादी होगी।

विधायक नीरज शर्मा का कहना था कि उनके द्वारा चुनाव आयोग को उपचुनाव रद्द करने के लिए पत्र लिखा है, अगर चुनाव आयोग इस पर संज्ञान नहीं लेता तो वह इस मामले को लेकर हाईकोर्ट जाएंगे।

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