नारनौल का ITBP जवान शहीद, ड्यूटी के दौरान सड़क हादसे का हुए शिकार, 13 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि

नारनौल : हरियाणा के नारनौल के आईटीबीपी जवान की सहारनपुर के पास हुए सड़क हादसे में ड्यूटी के दौरान मौत हो गई। पैतृक गांव ढाणी बास किरारोद में पूरे सम्मान के साथ जवान का अंतिम संस्कार किया गया। जवान के बेटे ने शहीद को मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार में काफी संख्या में लोग पहुंचे। शहीद की पत्नी गर्भवती है तथा उसके पेट में छह माह का बच्चा पल रहा है।
जानकारी के मुताबिक गांव ढाणी बास किरारोद निवासी 40 वर्षीय धर्मवीर सिंह उर्फ फौजी आईटीबीपी में 50 वी बटालियन रामगढ़ उत्तर प्रदेश में तैनात थे। वे आईटीबीपी एकेडमी मसूरी से अटैच थे। मसूरी से दवाई लाते समय सहारनपुर के पास हादसा हो गया। इस दौरान अज्ञात वाहन ने उसको टक्कर मार दी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल अवस्था में उनको सहारनपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
2009 में लगा था आईटीबीपी में
शहीद जवान धर्मवीर सिंह 2009 में आईटीबीपी में लगा था। जिसके बाद उसकी कई जगह पोस्टिंग हुई। वह जीडी कॉन्स्टेबल के पद पर रामगढ़ में तैनात थे तथा तैनाती के दौरान वे मसूरी एकेडमी से अटैच थे। वहां पर हादसे में धर्मवीर सिंह की मौत हो गई। धर्मवीर ने करीब 16 साल देश सेवा को दिए।
पत्नी 6 माह की गर्भवती
शहीद धर्मवीर सिंह दो बच्चों का पिता था। वहीं उसकी पत्नी पिंकी गर्भवती है, उसके पेट में करीब छह माह का बच्चा है। शहीद का बेटा अंश बड़ा है। जिसकी उम्र 13 साल है तथा वह प्राइवेट स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ता है। वहीं बेटी अंशिका छोटी है। जिसकी उम्र 11 साल है वह एक प्राइवेट स्कूल में छठी कक्षा में पढ़ती है।
शहीद के हैं दो भाई
शहीद धर्मवीर के दो भाई हैं। दोनों ही शादीशुदा हैं। जिनमें से एक नरेंद्र योगा टीचर है तथा दूसरा भाई अजय कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है। वहीं धर्मवीर के माता तथा पिता दोनों की पहले ही मौत हो चुकी है। शहीद धर्मवीर को अनेक लोगों ने अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। शहीद के सम्मान में सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए। शहीद का पार्थिव शरीर गांव से पहले पहुंचा तो गांव लहरोदा से शहीद के गांव बास तक सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों ने सम्मान यात्रा निकाली। वहीं शहीद के अंतिम संस्कार में नारनौल के विधायक ओमप्रकाश यादव भी पहुंचे थे।