क्या Lawrence Bishnoi गैंग से है Baba Siddique हत्याकांड का कनेक्शन? मुंबई पुलिस हर एंगल से कर रही जांच
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी-अजीत गुट) के नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में बिश्नोई गैंग की भूमिका की भी जांच की जा रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि 15 दिन पहले उन्हें कोई धमकी भी मिली थी। सिद्दीकी बॉलिवुड ऐक्टर सलमान खान के करीबी थे। मुंबई पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।
बिश्नोई गैंग का हाथ?
दिलचस्प बात यह है कि हाल ही में सलमान खान के घर पर भी बिश्नोई गैंग ने फायरिंग की थी। सिद्दीकी के साथ उनके घनिष्ठ संबंधों को देखते हुए पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है। इसके अलावा ऐसी भी खबरें हैं कि पुणे के एक व्यक्ति ने तीनों हमलावरों को सिद्दीकी की हत्या की सुपारी दी थी।
जानें क्या हुआ?
वरिष्ठ एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना फरवरी 2024 में कांग्रेस छोड़कर अजित पवार की पार्टी में शामिल होने के कुछ ही समय बाद हुई। सिद्दीकी पर बांद्रे पश्चिम के निर्मल नगर इलाके में हमला हुआ। इसमें उन्हें सीने में गोली लगी। हमले में उनकी कार और उनके एक सहयोगी को भी गोली लगी। पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में ले लिया है, जबकि एक फरार बताया जा रहा है।
यूपी-हरियाणा के हमलावर
बाबा सिद्दीकी कांग्रेस के समय में राज्य मंत्री रह चुके थे। बांद्रे पश्चिम से ताल्लुक रखने वाले सिद्दीकी बॉलीवुड की कई जानी-मानी हस्तियों के करीबी थे। इनमें सलमान खान, शाहरुख खान और आमिर खान शामिल हैं। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। शुरुआती जांच में पता चला है कि हमलावर उत्तर प्रदेश और हरियाणा के रहने वाले हैं।
डेढ़ से दो महीने से कर रहे थे रेकी
गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों के नाम गुरमैल सिंह, जो हरियाणा का रहने वाला है और धर्मराज कश्यप जो उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। आरोपियों ने बाबा सिद्दीकी के घर और दफ्तर की रेकी की थी। वे डेढ़ से दो महीने से मुंबई में थे और उन पर नज़र रख रहे थे। तीसरे आरोपी की तलाश जारी है, मुंबई क्राइम ब्रांच की कई टीमें इस मामले की जांच कर रही हैं।
बदमाशों ने की थी 3-4 राउंड फायरिंग
एनसीपी प्रवक्ता सूरज चव्हाण ने बताया कि बाइक से आए तीन बदमाशों ने सिद्दीकी पर तीन-चार राउंड फायरिंग की। इसमें से तीन गोली बाबा सिद्दीकी को लगी, जिसमें से एक गोली छाती में लगी थी। उन्हें तुरंत पास के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक बांद्रा में झोपड़पट्टी पुनर्विकास परियोजना का विवाद चल रहा था। आशंका है कि इसी रंजिश में बाबा सिद्दीकी की हत्या की गई। सिद्दीकी को 15 दिन पहले जान से मारने की धमकी मिली थी। इसके बाद उन्हे वाइ श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। इसके बावजूद बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी।