स्वर्ण आभूषण कारोबार से जुड़े कारीगरों के लिए ऱाष्ट्रीय मंच तैयार
भारतीय स्वर्णशिल्पी महासंघ गठित, कारीगरों के हितों के लिए करेगा काम

नई दिल्ली, (ब्यूरो): स्वर्ण आभूषण कारोबार से जुड़े कारीगरों के हितों की आवाज उठाने के लिए देश के विभिन्न राज्यों के कारोबारियों और कारीगरों का दल सोमवार को दिल्ली पहुंचा। इस दौरान बीएसएसएमएस (भारतीय स्वर्णशिल्पी महासंघ) नामक संगठन का पंजीकरण कराया गया। संगठन के पंजीकरण के बाद कारोबारियों और कारीगरों की एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में मुंबई के कालीदास सिन्हा रॉय को अध्यक्ष, चेन्नई के अमजद अली को महासचिव और मुस्तफिजुर रहमान भुट्टो को सर्वसम्मति से कोषाध्यक्ष मनोनीत किया गया। इस दौरान दिल्ली, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, तमिलनाडु, तेलंगाना, महाराष्ट्र सहित अनेक राज्यों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
नवगठित भारतीय स्वर्णशिल्पी महासंघ के अध्यक्ष कालीदास सिन्हा रॉय ने बताया कि देश में छोटे गरीब स्वर्ण आभूषण कारीगरों की संख्या लाखों में हैं। सरकार द्वारा समय समय पर इनके हित में योजनाएं बनाई जाती हैं लेकिन योजनाएं वांछित लाभार्थियों तक नहीं पहुंच पाती। महासचिव अमजद अली ने कहा कि उनका पहला काम देशभर के कारीगरों का डाटा एकत्रित करना है जिससे कि सरकार को योजनाएं बनाने और उनका समुचित क्रियान्वयन करने में आसानी हो सके। कोषाध्यक्ष मुस्तफिजुर रहमान भुट्टो ने कहा कि कारीगरों की आवाज को एक राष्ट्रीय मंच प्रदान करने के लिए इस संगठन का गठन किया गया है।