हरियाणा

इंद्रजीत का बयान: मेरे खिलाफ रची गई साजिश, संदीप से जानबूझकर कहलवाया गया मेरा नाम

रेवाड़ी: एएसआई संदीप कुमार लाठर द्वारा सुसाइड से पहले वीडियो में 50 करोड़ की डील में लेने के बाद से जेम ट्यून्स के डायरेक्टर राव इंद्रजीत (इंद्रजीत यादव) चर्चा में हैं। गुरुवार को इंद्रजीत ने व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए। इंद्रजीत ने कहा कि रोहतक पुलिस उन्हें 120बी में फंसाना चाहती थी। डीघल गांव के फाइनेंसरों से पुलिस मिली हुई है। मई 2024 से अक्टूबर 2024 तक फाइनेंसरों के साथ पुलिस उनके पास आती थी। पुलिस व फाइनेंसरों ने धंधा बनाया हुआ है और कुछ बड़े पुलिस अधिकारी इनसे मिले हुए हैं।

इंद्रजीत ने कहा कि मुझ पर लगाए गए सभी आरोप निराधार, बेबुनियाद हैं। मैं कानून, न्याय व्यवस्था में पूर्ण विश्वास रखता हूं व संबंधित प्राधिकरणों को सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध हूं। इसके बाद इंद्रजीत खेमे में बेचैनी है। जांच एजेंसियों को पूरे मामले की निष्पक्ष, उच्च-स्तरीय और स्वतंत्र जांच करनी चाहिए, ताकि सच्चाई सामने आ सके। विश्वास है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी इस मामले में हस्तक्षेप करेंगे तथा डीजीपी ओपी सिंह इस प्रकरण की जांच डिस्ट्रिक्ट पुलिस के बजाय विजिलेंस, सीआईडी या सीबीआई जैसी स्वतंत्र एजेंसी से करवाएं।

इंद्रजीत ने कहा कि आईपीएस पूरन कुमार व एएसआई संदीप कुमार की आत्महत्या की घटनाओं का गहरा दुख है। प्रश्न है कि आईपीएस की आत्महत्या के बाद ऐसा क्या दबाव संदीप पर पड़ा कि उन्हें भी आत्महत्या करनी पड़ी। उन्होंने अपने अंतिम वक्तव्य में मेरा ही नाम क्यों लिया? यह एक बहुत बड़ी साजिश का हिस्सा है। जो किसी को बचाने और कुछ सच्चाइयों को दबाने की कोशिश है।

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