1857 के भारतीय विद्रोह के प्रमुख नेता थे राव तुलाराम: महेन्द्र पाल यादव
भिवानी, (ब्यूरो): राव तुलाराम एक महान स्वतंत्रता सेनानी और 1857 के भारतीय विद्रोह के प्रमुख नेता थे, जिन्हें हरियाणा के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र का राज नायक माना जाता है। यह बात स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी कल्याण संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेन्द्र पाल यादव ने राव तुलाराम के शहीदी दिवस पर श्रद्धांजली अर्पित करते हुए कही। उन्होंने बताया कि राव तुलाराम ने दिल्ली में विद्रोही सैनिकों को सैन्य बल, धन और युद्ध सामग्री से सहायता प्रदान की और अंग्रेजों को अस्थायी रूप से खदेड़ दिया। अंग्रेजों से भारत को मुक्त कराने के लिए मदद लेने के लिए उन्होंने भारत छोड़ दिया और विदेशी शासकों से संपर्क स्थापित करने की कोशिश की, लेकिन अंतत: 23 सितंबर 1863 को काबुल में उनकी मृत्यु हो गई। कामरेड ओमप्रकाश ने उन्हें श्रद्धांजली देते हुए कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी शहीद राव तुलाराम ने 1857 के विद्रोह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ मजबूती से विद्रोह किया और अपने क्षेत्र से अंग्रेजों को खदेड़ दिया। उन्होंने अंग्रेजों से अंतिम लड़ाई लडऩे और भारत को मुक्त कराने के उद्देश्य से उन्होंने भारत छोड़ा। उन्होंने ईरान और अफगानिस्तान के शासकों से मुलाकात की और रूस के जार से संपर्क करने की योजना बनाई। इस अवसर पर सुरजभान बामला, जसबीर फौजी, धर्मपाल ग्रेवाल, सुभाष बामला, बाबू सुखदेव पालुवास, बिजेन्द्र कोंट, सुरेश किराड़, अनुराग जांगड़ा, रामपाल यादव, अमर सिंह यादव, चतर जीता खेड़ी, रामअवतार गुप्ता समेत संगठन के अनेक सदस्य उपस्थित रहे।




