बंदूक की नोक पर डील नहीं करता भारत…अमेरिका के टैरिफ पॉज पर बोले पीयूष गोयल

अमेरिका ने भारत पर लगाए गए टैरिफ को लेकर अब पॉज लगाने का ऐलान कर दिया है. देश ने 90 दिनों के लिए भारत पर लगाए गए टैरिफ को रोक दिया है. इसी के बाद केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि भारत कभी भी बंदूक की नोक पर किसी देश के साथ बातचीत नहीं करता है, बल्कि व्यापार को लेकर बातचीत शुरू करने के लिए अनुकूल समय का इंतजार करता है.
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत पर भी 26% रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया था, लेकिन शुक्रवार को ट्रंप ने ऐलान किया कि भारत पर अतिरिक्त टैरिफ पर 90 दिनों की रोक लगा दी गई है. इसी के बाद मंत्री का बयान सामने आया है.
“हम बंदूक की नोक पर डील नहीं करते”
दिल्ली में इटली-भारत व्यापार, विज्ञान और टेक्नोलॉजी फोरम के मौके पर बोलते हुए, गोयल ने कहा, हम कभी भी बंदूक की नोक पर बातचीत नहीं करते हैं. सही वक्त हमें जल्द बात करने के लिए प्रेरित करता है, लेकिन जब तक हम अपने देश और अपने लोगों के हितों को सुरक्षित करने में सक्षम नहीं हो जाते, तब तक हम जल्दबाजी नहीं करते हैं.
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि भारत की अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ और विश्व स्तर पर कई अन्य देशों के साथ व्यापार को लेकर बातचीत आगे बढ़ रही है. उन्होंने आगे कहा, इंडिया फर्स्ट की भावना से और 2047 तक अमृत काल में विकसित भारत के लिए हमारा मार्ग सुनिश्चित करने के लिए हमारी सभी व्यापार को लेकर बातचीत अच्छी तरह से आगे बढ़ रही हैं.”
अमेरिका ने किया टैरिफ पॉज
व्हाइट हाउस के कार्यकारी आदेशों के अनुसार, अमेरिका ने पहले 2 अप्रैल से भारत पर टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, लेकिन अब देश ने 9 जुलाई तक भारत पर पारस्परिक शुल्क को निलंबित करने का ऐलान किया है.
एस जयशंकर ने क्या-क्या कहा?
मंत्री पीयूष गोयल से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी एक कार्यक्रम में अमेरिका सहित कई देशों और गुटों के साथ भारत की व्यापार को लेकर बातचीत के बारे में बात की थी. कार्नेगी ग्लोबल टेक्नोलॉजी शिखर सम्मेलन में बोलते हुए, जयशंकर ने कहा कि भारत निश्चित रूप से अमेरिका के संबंध में व्यापार समझौते तक पहुंचने में हाई लेवल की तात्कालिकता के लिए तैयार है.
इस बीच, सोमवार को विदेश मंत्री ने अपने अमेरिकी काउंटरपार्ट मार्को रुबियो से बात की और कहा कि भारत और अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते के जल्द समापन की अहमियत पर सहमत हुए हैं. दोनों देश 2023 तक अपने व्यापार को मौजूदा लगभग 191 बिलियन डॉलर से दोगुना कर 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने के लक्ष्य के साथ एक द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर बातचीत कर रहे हैं.