महाराष्ट्र में अखिलेश-केजरीवाल को सेट कर पाएगा इंडिया गठबंधन या फिर दोनों बनेंगे सिरदर्द
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी बिसात बिछाई जाने लगी है. बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए सूबे में अपनी सत्ता को बचाए रखने की हर संभव कोशिश में जुटी हुई है, तो दूसरी तरफ कांग्रेस की अगुवाई वाला इंडिया गठबंधन लोकसभा की तरह विधानसभा की चुनावी जंग को फतह करने की कवायद में है. लोकसभा में इंडिया गठबंधन का हिस्सा रही सपा और आम आदमी पार्टी ने महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव लड़ने की हुंकार भर दी है.
कांग्रेस से लेकर उद्धव ठाकरे और शरद पवार ने सपा और आम आदमी पार्टी को गठबंधन में लेने का अभी तक कोई संकेत नहीं दिया है. ऐसे में देखना है कि अखिलेश यादव और केजरीवाल सियासी मददगार साबित होंगे या फिर इंडिया गठबंधन के लिए सिरदर्द बनेंगे.
इंडिया गठबंधन के हौसले बुलंद
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे और शरद पवार की तिकड़ी महाराष्ट्र में हिट रही है. सूबे की 48 लोकसभा सीटों में से इंडिया गठबंधन 30 सीटें जीतने में सफल रहा है तो एनडीए को महज 17 सीटों से संतोष करना पड़ा है. 2024 के बाद से इंडिया गठबंधन के हौसले बुलंद हैं. बीजेपी को लोकसभा में तगड़ा झटका लगा है और कांग्रेस से लेकर शरद पवार की एनसीपी फायदे में रही हैं.
बीजेपी को एकनाथ शिंद और अजीत पवार के साथ हाथ मिलाने का सियासी लाभ नहीं मिल सका. लेकिन, विधानसभा के चुनाव को लेकर जिस तरह से जोर-आजमाइश दोनों खेमे की तरफ से हो रही है, उसके चलते दोनों ही गठबंधनों की चुनौतियां बढ़ गई हैं.
अखिलेश-केजरीवाल ने बढ़ाई सियासी तपिश
महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार की एनसीपी (एसपी) शामिल हैं. विधानसभा चुनाव में भी तीनों ही दलों ने मिलकर किस्मत आजमाने का फैसला किया है, लेकिन सपा और आम आदमी पार्टी ने ताल ठोंक कर सियासी तपिश बढ़ा दी है. आम आदमी पार्टी ने महाराष्ट्र की 36 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. आम आदमी पार्टी की मुंबई अध्यक्ष प्रीति शर्मा मेनन ने कहा कि हम ने मुंबई की 36 सीटों पर चुनाव लड़ने की रूपरेखा बनाई है. हालांकि, उन्होंने यह बात साफ नहीं की कि आम आदमी पार्टी महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन में रहकर चुनाव लड़ेगी या अकेले किस्मत आजमाएगी.
सपा भी महाराष्ट्र में मैदान में उतरेगी
वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव मुकेश अंबानी के बेटे की शादी में शिरकत करने मुंबई पहुंचे थे. इस दौरान अखिलेश ने महाराष्ट्र के पार्टी नेताओं के साथ बैठक करके विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कही थी. इसके बाद यूपी में जीते सपा सांसदों के लिए मुंबई में सम्मान समारोह किया गया. महाराष्ट्र सपा के अध्यक्ष अबु आसिम आजमी साफ कह चुके हैं कि इंडिया गठबंधन उन्हें सीट नहीं देती है तो सपा अकेले चुनावी मैदान में उतरेगी. इस तरह सपा मुस्लिम बहुल विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है, जिसके लिए इंद्रजीत सरोज को महाराष्ट्र का बकायदा प्रभारी भी बना रखा है.
मुंबई के मानखुर्द-शिवाजीनगर विधानसभा क्षेत्र के सपा विधायक अबू आजमी ने कहा कि हमने मुंबई, ठाणे, भिवंडी की उत्तरभारतीय बहुल सीटों पर चुनाव लड़ने की रुप रेखा बनाई है. इसके लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव से कहा गया है कि इंडिया गठबंधन से कम से कम 12 सीटों की मांग रखे. महाराष्ट्र में सपा के दो विधायक हैं और वे दोनों ही मुस्लिम समुदाय से हैं. सपा पहले ही मुस्लिम बहुल सीट पर जीतती रही है. इसीलिए पार्टी मुस्लिम बहुल सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कर रही है, लेकिन इंडिया गठबंधन अपने पत्ते नहीं खोल रहा है.
सीट शेयरिंग को लेकर मंथन
महाराष्ट्र में कांग्रेस से लेकर उद्धव ठाकरे और शरद पवार तक सपा और आम आदमी पार्टी को इंडिया गठबंधन के तहत सीट देने की बात साफ नहीं की है. महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) के बीच बैठक का दौर जारी है. शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे दिल्ली के दौरे पर ऐसे समय आ रहे हैं, जब सीट शेयरिंग को लेकर मंथन चल रहा है.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव से लेकर आम आदमी पार्टी के नेताओ के साथ भी उद्धव ठाकरे मुलाकात करेंगे. माना जा रहा है इस दौरान वो उनके साथ सीट शेयरिंग को लेकर कोई फार्मूला तय कर सकते हैं. सपा और आम आदमी पार्टी को अगर इंडिया गठबंधन में सीट नहीं मिलती है तो फिर वो अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी में है. ऐसे में वो इंडिया गठबंधन की टेंशन बढ़ाने का दांव चल सकते हैं.