हाथरस: बाल्टी में डूबकर घर के इकलौते चिराग की मौत, दो बेटों की पहले ही हो चुकी है मौत, परिवार में मचा कोहराम

उत्तर प्रदेश में हाथरस जिले के सहपऊ में शुक्रवार देर शाम एक दर्दनाक हादसा हो गया. हादसे में एक मासूम की पानी से भरी बाल्टी में डूबकर मौत हो गई. दो साल का मासूम मुराद घर में खेलते-खेलते पीनी की बाल्टी के पास जा पहुंच और उसमें गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई. जिस दौरान यह हादसा हुआ उसकी मां घर में सो रही थी. मासूम परिवार का इकलौता चिराग था. उसकी मौत से परिवार में कोहराम मच गया.
मुराद की मां बीते 6 महीने से अपने मायके में बच्चों के साथ रह रही थी. उनके पति सानू उत्तराखंड में मजदूरी करते हैं. यह घटना तब हुई जब शाम के समय शहरबानो घर में आराम कर रहीं थी. शहरबानो उनकी मां नफीसा बेगम बकरी चराने गईं थीं. पिता जफरुद्दीन भी बकरियों के लिए चारा कटवाने गए थे.
पीनी भरे बाल्टी में गिरा मासूम
इस दौरान शहरबानो की भतीजी सोना उसके घर आई. उसने मुराद को बाल्टी में गिरा देख. यह देखकर उसके पैरो तले जमीन निकल गई. वो जोर से चीख पड़ी. चीख सुनते ही मुराद की मां व अन्य लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे. नजारा देख हर कोई स्तब्ध रह रह गया. घर में चीख पुकार मच गई. लोगों ने उसे पानी से निकाला और सीएचसी लेकर भागे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. जांच के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. यह सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया.
तीसरा बेटी भी कर गया गोद सूनी
मुराद शहरबानो का इकलौता बेटा था. इसकी शादी के एक साल बाद उनके एक बेटा पैदा हुआ, जो जन्म के बाद ही मर गया. दूसरा बेटा भी सिर्फ तीन महीने महीने ही जीवित रह सका. इस सब के बाद अब मुराद भी मां शहरबानों की गोद सूनी कर गया. घटना के बाद परिजन का रो-रो कर बुरा हाल है.
परिवार का रो-रो कर बुरा हाल
घटना के बाद से हर कोई स्तब्ध है. परिजनों ने बताया कि मुराद भी बीमार चल रहा था. वह घर का इकलौता चिराग था. उन्होंने उसकी बिमारी में लोखों रुपये खर्च किये, लेकिन किसे पता था कि मुराद भी उन्हें छोड़ कर चला जाएगा. हादसे के बाद से मां शहरबानो रो-रोकर बेसुध है.