फरीदाबाद में कोरोना के मामलों में बड़ा उछाल, यहां-यहां जिले में आए थे संक्रमित.. प्रशासन अलर्ट

फरीदाबाद: जिले में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता नजर आ रहा है। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के तीन नए मामलों की पुष्टि की, जिसके बाद जिले में संक्रमितों की संख्या 9 तक पहुंच गई है। संक्रमितों में से दो की ट्रैवल हिस्ट्री सामने आई है, जिसमें एक व्यक्ति हाल ही में वियतनाम से लौटा था, जबकि दूसरा आंध्र प्रदेश से वापस आया था।
दो मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री
विदेश और अन्य राज्यों से लौटे संक्रमित जानकारी के अनुसार, सेक्टर-14 में रहने वाला 30 वर्षीय युवक 17 से 21 मई के बीच वियतनाम में था। लौटने के बाद उसे बुखार हुआ, जिस पर उसने निजी लैब में कोरोना टेस्ट कराया। रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि हुई। दूसरा मामला ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-85 का है। यह व्यक्ति कुछ दिन पहले आंध्र प्रदेश गया था। वापसी के बाद तबीयत बिगड़ने पर कोरोना जांच कराई गई और वह भी संक्रमित पाया गया। तीसरा संक्रमित व्यक्ति सेक्टर-31 का निवासी है, जिसकी तबीयत कुछ दिन पहले खराब हुई थी। उसकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। तीनों संक्रमितों को होम आइसोलेशन में रखा गया है।
जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए सैंपल
स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमण के प्रकार की जांच के लिए इन तीनों मरीजों समेत अब तक कुल 5 लोगों के सैंपल दिल्ली स्थित एनसीडीसी (NCDC) को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे हैं। अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली और अन्य राज्यों से सैंपल बड़ी संख्या में भेजे जाते हैं, जिससे रिपोर्ट आने में देर हो रही है।
स्वास्थ्य केंद्रों पर ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण
संक्रमण की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां तेज कर दी हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जयंत आहूजा, उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राम भगत और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने जिले के तिगांव, कौराली, खेड़ीकला, पाली और अल-फलाह मेडिकल कॉलेज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में लगे ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सभी अधिकारियों ने अपने सामने ऑक्सीजन सिस्टम को चालू करवा कर उसकी जांच की। कुछ प्लांटों में तकनीकी कमियां पाई गईं, जिन्हें तुरंत ठीक करने के आदेश दिए गए।
निजी अस्पतालों को दिए गए निर्देश
स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों के प्रबंधकों के साथ बैठक कर उन्हें कोरोना से निपटने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
- हर अस्पताल को कम से कम 10 बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित रखने होंगे।
- सभी अस्पतालों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
- कोरोना की पुष्टि केवल स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के आधार पर ही की जाएगी।
- यदि आवश्यकता पड़ी तो स्वास्थ्य विभाग निजी अस्पतालों से सहयोग लेगा।
फ्लू कॉर्नर और दवाओं का स्टॉक रखने के निर्देश
सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों को अलर्ट रहने को कहा है। हर अस्पताल में फ्लू कॉर्नर बनाया जाएगा, जहां बुखार, खांसी, जुकाम के मरीजों को ओपीडी आधारित परामर्श मिलेगा। इसके अलावा डॉक्टरों को दस्ताने, मास्क, PPE किट जैसे सुरक्षा उपकरणों का उपयोग सुनिश्चित करने को कहा गया है। अस्पतालों को एंटीबायोटिक्स और जीवन रक्षक दवाओं का पर्याप्त भंडारण करने के निर्देश भी दिए गए हैं। बीके अस्पताल में 12 बेड का अस्थायी आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है।
जनता से अपील: मास्क लगाएं, सावधानी बरतें
स्वास्थ्य विभाग ने जनता से सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने, हाथों की स्वच्छता बनाए रखने, और भीड़भाड़ से बचने की अपील की है। यह भी सलाह दी गई है कि लक्षण नजर आते ही तुरंत चिकित्सीय सलाह लें और जांच कराएं। डॉ. राम भगत, उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है और हर संभव तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों और मेडिकल स्टाफ को पूरी तरह से अलर्ट पर रखा गया है।