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हरिद्वार जा रहे हैं तो इसके पास के इन मंदिरों के भी करें आएं दर्शन

उत्तराखंड की धार्मिक नगरी हरिद्वार सिर्फ एक तीर्थ स्थल नहीं, बल्कि आत्मा को सुकून देने वाली जगह है. गंगा तट पर स्थित ये शहर हिंदू धर्म में मोक्ष का द्वार माना जाता है, जहां हर वर्ष लाखों श्रद्धालु स्नान कर पुण्य कमाते हैं. हालांकि हरिद्वार का जिक्र आते ही सबसे पहले हर की पैड़ी और गंगा आरती ही मन में आता है. लेकिन ये पवित्र शहर सिर्फ गंगा स्नान तक सीमित नहीं है.

हरिद्वार और उसके आसपास ऐसे कई प्राचीन व चमत्कारी मंदिर हैं, जहां दर्शन करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं और आत्मा को शांति मिलती है. अगर आप भी हरिद्वार जा रहे हैं तो सिर्फ हर की पौड़ी तक न रह जाएं. बल्कि इसके पास के कुछ मंदिरों के भी दर्शन करें. चलिए बताते हैं ये मंदिर कौन से हैं और कहां स्थित हैं.

मनसा देवी मंदिर के करें दर्शन

मनसा देवी मंदिर की बहुत मान्यता है. कहा जाता है कि यहां जो कुछ भी मांगो वो पूरा होता है. ये मंदिर शिवालिक पहाड़ियों पर स्थित है. यहां पहुंचने के लिए रोपवे की जरूरत पड़ती है. इस दौरान का नजारा काफी अद्भुत होता है, जो आपके सफर को और भी यादगार बना देगा.

 

चंडी देवी मंदिर में मांगे मन्नत

ये मंदिर चंडी देवी को समपर्ति है, जो नीलकंठ की ओर स्थित नील पर्वत पर स्थिक है. कहा जाता है कि यहां देवी चंडी ने राक्षस शुंभ-निशुंभ का वध किया था. यहां भी कई श्रृद्धालु दर्शन करने आते हैं और मन्नत मांगते हैं. यहां पहुंचने के लिए भी रोवपे का ही इस्तेमाल किया जाता है. ये मंदिर काफी ऊंचाई पर है. ऐसे में यहां से आपको पूरे हरिद्वार का नजारा दिखता है.

 

दक्ष महादेव मंदिर में टेकें माथा

दक्ष महादेव मंदिर भगवान शिव का समपर्ति है. ये मंदिर हरिद्वार के कनखल क्षेत्र में स्थित है. कहा जाता है कि यहां सती ने यज्ञ में खुद अग्नि को समपर्ति किया था. यहां हर समय शिव भक्तों की लाइने लगी रहती हैं. भोलेनाथ के भक्तों के लिए ये मंदिर आस्था का केंद्र है.

 

भारत माता मंदिर भी है खास

भारत माता मंदिर भी बेहद खास है. ये मंदिर 8 मंजिल में बना हुआ है. इसकी खासियत ये है कि ये मंदिर भारत के अलग-अलग धर्म, महापुरुषों और वीर सपूतों को समर्पित हैं, जहां इनकी मूर्तियां तक रखी हुई हैं. ये मंदिर राष्ट्रभक्ति और धर्म का अनोखा संगम है.

 

माया देवी मंदिर में भी दरें दर्शन

ये हरिद्वार का एक प्राचीन शक्तिपीठ है, जो देवी सती के तीन प्रमुख पीठों में से एक माना जाता है. माया देवी को हरिद्वार की अधिष्ठात्री देवी भी कहा जाता है. ये मंदिर खासतौर पर नवरात्रि और कुंभ के समय भक्तों से भरा रहता है.

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