नगर पालिका कर्मचारी संघ ने विधायक को सौंपा मांगपत्र

भिवानी, (ब्यूरो): अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सफाई कर्मचारी एक बार फिर से मुखर हो गए हैं। नगरपालिका कर्मचारी संघ ने 10 व 11 सितंबर को दो दिवसीय प्रदर्शन व सरकार के नाम विधायकों को ज्ञापन सौंपने का ऐलान किया था। इसी कड़ी में दो दिवसीय प्रदर्शन के पहले दिन बुधवार को नगर पालिका कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव पुरूषोत्तम दानव के नेतृत्व में भिवानी के विधायक घनश्याम सर्राफ के माध्यम से प्रदेश सरकार के नाम मांगपत्र सौंपा तथा संघ ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को अनसुना किया जाता है तो वे 26 सितंबर को सभी जिला उपायुक्तों के कार्यालयों पर प्रदर्शन करेंगे और इसके बाद मुख्यमंत्री के आवास का घेराव भी करेंगे। पुरूषोत्तम दानव ने कहा कि उनकी मुख्य मांगों में ठेका प्रथा को समाप्त करना, रिक्त पदों पर पक्की भर्ती करना और वेतन वृद्धि शामिल है। कर्मचारियों का आरोप है कि पिछले 11 वर्षों में एक भी स्थायी सफाई कर्मचारी की भर्ती नहीं की गई है और ठेकेदारों द्वारा उनका शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा सरकार ने ठेका प्रथा खत्म करने का फैसला किया है और कई कर्मचारियों को हरियाणा कौशल रोजगार निगम में शामिल भी किया है, लेकिन सफाई और सीवर कर्मचारियों को इसमें शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने कई पुरानी मांगों का भी जिक्र किया है जो अभी तक पूरी नहीं हुई हैं। इनमें पूर्व शहरी स्थानीय निकाय मंत्री सुभाष सुधा द्वारा 7 अगस्त 2024 को स्वीकृत की गई मांगें शामिल हैं, जैसे कि सफाई और सीवर कर्मचारियों के लिए भर्ती समिति में जिला उपायुक्तों की जगह पालिका/निगम आयुक्तों को चेयरमैन बनाना। गुरुग्राम के 3480 छंटनीग्रस्त कर्मचारियों को बहाल करने और आंदोलन के दौरान सेवा समाप्त किए गए 26 सफाई कर्मचारियों को वेतन सहित बहाल करने की मांग भी शामिल है। इसके अतिरिक्त, कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री द्वारा नवंबर 2024 में भगवान वाल्मीकि जयंती पर घोषित 26 हजार-27 हजार रुपये के वेतन को लागू करने की भी अपील की है। उनका कहना है कि 11 जून 2025 को मुख्यमंत्री ने संत कबीर दास जयंती पर 2100 रुपये की बढ़ोतरी की घोषणा की, लेकिन इसका लाभ केवल पालिका रोल के कर्मचारियों को मिला, जबकि ठेके पर काम करने वाले, दैनिक वेतन भोगी और अन्य ग्रामीण कर्मचारी इससे वंचित रह गए। अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने भी अपनी मांगों को लेकर आवाज उठाई है। उन्होंने बताया कि 4 अप्रैल 2025 को आबकारी एवं कराधान मंत्री के साथ हुई बैठक के बाद हरियाणा अग्निशमन सेवा विभाग के निदेशक की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया था। इस समिति ने अपनी रिपोर्ट और सिफारिशें मंत्री को भेज दी हैं, लेकिन अभी तक एक भी मांग का समाधान नहीं किया गया है। कर्मचारियों के वेतन में 2022 से कोई वृद्धि नहीं हुई है और उन्हें समान काम समान वेतन भी नहीं मिल रहा है। इस अवसर पर इकाई प्रधान जयहिंद, भारत, रवि, मालती, बाला, मनीषा सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।