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पता नहीं ये क्या बम है? नाना पटोले के हनीट्रैप के आरोप पर सीएम फडणवीस का जवाब

महाराष्ट्र में कथित हनीट्रैप रैकेट को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है. राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को इस मुद्दे पर विधानसभा में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार को इस संबंध में अब तक कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है. उन्होंने कहा, “न तो किसी मंत्री और न ही किसी अधिकारी ने अब तक हनीट्रैप को लेकर कोई शिकायत दर्ज कराई है.”

मुख्यमंत्री की यह प्रतिक्रिया कांग्रेस विधायक और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के उस बयान के बाद आई, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि ठाणे, नासिक और मुंबई के मंत्रालय परिसर में उच्च पदस्थ मंत्री, वरिष्ठ आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को हनीट्रैप का निशाना बनाया गया है. पटोले ने आरोप लगाया कि इस कांड में कई अधिकारी शामिल हो सकते हैं और यह मामला राज्य की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन सकता है.

नाना पटोले के आरोप से गरमाई सियासत

पटोले ने विधानसभा में बोलते हुए दावा किया कि उनके पास इस मामले से जुड़े “सभी सबूत एक पेन ड्राइव में” हैं और उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार को लंबे समय से इस मामले की जानकारी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वह इस मामले को दबाने का प्रयास कर रही है, जबकि यह राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़ा मामला है, जिसमें संवेदनशील दस्तावेज लीक होने की आशंका है.

सीएम देवेंद्र फडणवीस ने आरोप को किया खारिज

इस बयान के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पलटवार करते हुए कहा, “हमें नहीं पता कि यह किस तरह का बम है, लेकिन अब तक कोई शिकायत नहीं मिली है. किसी अधिकारी या मंत्री ने अब तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है.” उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी शिकायत को गंभीरता से लेगी, लेकिन अभी तक ऐसी कोई सूचना या दस्तावेज उनके पास नहीं आए हैं.

वहीं, विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने राज्य सरकार से इस मुद्दे पर संज्ञान लेने और सदन में जवाब दाखिल करने को कहा. कांग्रेस द्वारा लगातार उठाए जाने के बाद अध्यक्ष ने सरकार को निर्देश दिया कि वह शुक्रवार को सत्र के समापन से पहले इस पर विस्तृत रिपोर्ट पेश करे.

दोषियों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई

इस बीच, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सदन को भरोसा दिलाते हुए कहा कि सरकार इन आरोपों को गंभीरता से ले रही है. उन्होंने कहा, जांच की जाएगी और अगर कोई दोषी पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

विवाद उस वक्त और बढ़ गया जब मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया कि महाराष्ट्र में कई वरिष्ठ अधिकारियों को एक महिला द्वारा हनीट्रैप में फंसाया गया और उन्हें ब्लैकमेल कर उनसे जबरन धन की मांग की गई. रिपोर्टों के अनुसार, इस महिला ने अधिकारियों पर झूठे बलात्कार के आरोप लगाने की धमकी दी और लाखों रुपये की वसूली की कोशिश की.

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