राष्ट्रीय

मौत के बाद भी अस्पताल ने काटे पैसे, आयुष्मान कार्ड पर परिजन ने जताया आरोप; दो दिन बाद मिला संदेश

छत्तीसगढ़ में राजनांदगांव के डीएनए क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल में एक महिला की मौत हो गई थी, लेकिन महिला की मौत के दो दिन बाद तक आयुष्मान कार्ड से अस्पताल पैसे काटता रहा. मरीज के परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनसे महिला के इलाज के दौरान भी नकद पैसे वसूले गए. अब उन्होंने पुलिस अधीक्षक से अस्पताल की शिकायत कर न्याय की मांग की है.

दरअसल, 25 अगस्त को बहादुर नगर की रहने वाली श्याम बाई साहू लाल नाम की महिला को उसके परिजन ने DNA गहन चिकित्सा अस्पताल में भर्ती कराया था. परिजन का आरोप है कि उसी दिन जांच के नाम पर उनसे 11,000 रुपये नकद वसूले गए. अगले दिन यानी 26 अगस्त को अस्पताल प्रबंधन ने मरीज की गंभीर स्थिति बताकर परिजन को महिला को बाहर रेफर करने की सलाह दी. जब परिजन मरीज को गांव ले गए तो उसी दिन उसकी मौत हो गई. इसके बावजूद डिस्चार्ज के समय अस्पताल ने परिजनों से 2,000 रुपये और ले लिए.

दो दिन बाद आया डिस्चार्ज करने का मैसेज

परिजन का आरोप है कि 26 अगस्त को श्याम बाई साहू की मौत के बाद आयुष्मान कार्ड से 27 अगस्त को 9,350 और 28 अगस्त को 28,050 रुपये काट लिए गए. इसके बाद 29 अगस्त को मृतक के परिजन के मोबाइल पर मैसेज आया कि कुल 37, 400 काटकर मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया है. अब बड़ा सवाल यह है कि जिस मरीज की 26 अगस्त को ही मौत हो गई थी. उसे 29 अगस्त को अस्पताल से कैसे डिस्चार्ज किया गया?

अस्पताल प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई की मांग

परिजनों का आरोप है कि DNA हॉस्पिटल ने न सिर्फ जीवित रहते मरीज और उनके परिवार से नकद पैसे लिए. बल्कि मौत के बाद भी बीमा योजना के पैसे हड़प लिए. पीड़ित परिजनों ने इसकी शिकायत जिला पुलिस अधीक्षक से की है और मांग की है कि अस्पताल प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई हो. ताकि भविष्य में किसी और के साथ ऐसा व्यवहार न हो. इस मामले पर जब जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि केस की जांच की जाएगी और दोषियों पर उचित कार्रवाई होगी.

Related Articles

Back to top button