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राजस्थान में गर्मी ने तोड़ा 56 साल का रिकॉर्ड, बाड़मेर में पारा 45 डिग्री; जानें अन्य जिलों का हाल

अप्रैल अभी ठीक से शुरू भी नहीं हुआ और गर्मी ने 56 साल का रिकार्ड तोड़ दिया. आलम यह है कि अप्रैल के पहले हफ्ते में ही पूरा राजस्थान तपने लगा है. बाड़मेर-जैसलमेर समेत 14 शहरों में तो हीटवेव का रेड अलर्ट जारी किया गया है. इसी प्रकार अलवर भरतपुर में भी दिन चढ़ते ही घर से निकलना मुश्किल हो जा रहा है. मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इस साल राजस्थान में भीषण गर्मी पड़ने वाली है. ऐसी गर्मी जिससे जन जीवन बुरी तरह प्रभावित होगा.

हालात को देखते हुए मौसम विभाग ने राज्य सरकार को उचित इंतजाम कर लेने की सलाह दी है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक 56 साल पहले अप्रैल महीने में इतनी गर्मी पड़ी थी. समय से पहले गर्मी पड़ने के दूरगामी असर पड़ सकते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान के बाड़मेर जिले में 56 साल का ये रिकॉर्ड टूटा है. यहां पिछले घंटों के दौरान तापमान 45.6 डिग्री दर्ज किया गया. मौसम विभाग का कहना है कि इससे पहले बाड़मेर में 1969 में पारा 45.8 दर्ज किया गया था.राजस्थान के 22 शहर ऐसे हैं जहां तेज गर्मी के साथ अप्रैल के पहले सप्ताह में ही लू वाले हालात हैं.

जैसलमेर में भी पारा 45 के पार

बाड़मेर के अलावा जैसलमेर में भी पिछले 24 घंटों के दौरान तापमान 45 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया है. आलम यह है कि दिन चढ़ते ही राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, जोधपुर और कोटा जैसे शहर भट्टी की तरह तपने लगे हैं. वहीं अलवर, भरतपुर, जयपुर और अजमेर जैसे शहरों में भी दोपहर के वक्त घर से निकलना मुश्किल हो रहा है. मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों में राजस्थान के 22 शहरों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार रहा है.

नए पश्चिमी विक्षोभ से मिलेगी थोड़ी राहत

मौसम विभाग राजस्थान के डॉयरेक्टर राधेश्याम शर्मा के मुताबिक इस साल गर्मी सारे रिकार्ड तोड़ने वाली है. तापमान बढ़ने और हीटवेव का असर राज्य में 9 अप्रैल तक रहेगा. बीकानेर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा और जयपुर में हीटवेव के हालात रहेंगे. जोधपुर, कोटा में कहीं-कहीं हीटवेव का यलो अलर्ट है. 10-11 अप्रैल से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से राज्य के पश्चिमी और उत्तरी भागों में कहीं-कहीं मेघगर्जन, आंधी के साथ हल्की बूंदाबांदी होने और तापमान में 2-3 डिग्री गिरावट होने की संभावना है.

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