शंभू बॉर्डर खोलने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, SC ने दिए ये बड़े आदेश
दिल्ली: शंभू बॉर्डर खोलने को लेकर पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट द्वारा दिए गए आदेश के खिलाफ हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंची। वहीं मामले को लेकर आज (बुधवार) को सुनवाई हुई। SC ने आदेश में कहा की एक स्वतंत्र कमेटी बनाई जाए। जिसमें राज्य सरकार के लोग और कृषि एक्सपर्ट हो, जो हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों से बात कर सकते हैं। साथ ही कहा कि पंजाब और हरियाणा कोर्ट को नाम सुझाए जाएं, जो इस कमेटी के सदस्य हो सकते है।
एक हफ्ते बाद फिर होगी सुनवाई
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने एक हफ्ते में दोनों सरकारों से नाम मांगे है। सुप्रीम कोर्ट ने शंभू बॉर्डर पर फिलहाल यथास्थिति बरकरार रखने को कहा है। वहीं SC ने कहा की एक हफ्ते के बाद मामले की सुनवाई होगी। तो वहीं पंजाब सरकार ने कहा की हरियाणा सरकार बॉर्डर को खोलने पर विचार करें, ताकि लोगों के असुविधा न हो।
इससे पहले पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने 10 जुलाई को एक सप्ताह में बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे, जिसकी मियाद 17 जुलाई बुधवार को खत्म हो रही थी, उससे पहले हरियाणा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट जाना उचित समझा, क्योंकि किसानों ने ऐलान कर दिया है कि बॉर्डर खुलते ही वह दिल्ली कूच कर जाएंगे, जबकि हरियाणा सरकार किसी भी सूरत में नहीं चाहती कि ये किसान दिल्ली जाएं। अगर किसान दिल्ली पहुंच गए तो हरियाणा बीजेपी के नेता अपने नेतृत्व को क्या जवाब देंगे। हरियाणा में बीजेपी की ही सरकार है। ऐसे में ऐसी उम्मीद थी कि राज्य सरकार हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी।
बता दें कि एमएसपी की लीगल गारंटी सहित 12 मांगों को लेकर 13 फरवरी को पंजाब के किसान दिल्ली के लिए निकले थे, लेकिन हरियाणा सरकार ने पटियाला और अंबाला के बीच शंभू बॉर्डर पर उनका रास्ता बंद कर दिया। तब से किसान पंजाब की सीमा में शंभू बॉर्डर पर बैठे हुए हैं। इससे दोनों सूबों के व्यापारियों को परेशानी हो रहा है। उनका व्यापार प्रभावित हो रहा है, इसलिए उन्होंने रास्ता खुलवाने के लिए पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जिस पर अदालत ने हरियाणा सरकार को एक सप्ताह में बॉर्डर खोलने और रास्ता क्लीयर करने के आदेश दिए थे।
पांच महीने से अधिक वक्त से किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर बैठे हुए हैं, लेकिन हाईकोर्ट का आदेश शंभू बॉर्डर खोलने के लिए लिया आया था। आंदोलन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा-अराजनैतिक और किसान मजदूर मोर्चा ने ऐलान कर दिया है कि जैसे ही हरियाणा सरकार रास्ता खोलेगी, वो लोग दिल्ली की तरफ कूच करेंगे।