हरियाणा DGP की गैंगस्टरों को कड़ी चेतावनी, पुलिसकर्मियों को दी हिदायत– वर्दी चमकदार हो, बाल और जूते दुरुस्त रखें

रोहतक: हरियाणा डीजीपी ओपी सिंह ने कहा “मैंने एसपी को कहा पुलिसकर्मियों के टर्नआउट पर ध्यान दें. वर्दी साफ़-सुथरी हो, बाल कटे हों, जूतों में पालिश हो. अच्छा दिखने की चाह रखने वालों का और काम भी अच्छा होता है. मैंने कहा कि नाजायज़ हथियार रखने वालों और संगठित अपराधियों को ढूंढ-ढूढ़ कर जेल भेजें. ये बात-बात पर हिंसक हो जाते हैं, बड़ा नुक़सान करते हैं.”
डीजीपी की गैंगस्टरों को चेतावनी: डीजीपी ओपी सिंह ने रोहतक में कहा “हरियाणा पुलिस की 100 टीम बदमाशों को पकड़ने के लिए देश के लिए कोने-कोने में घूम रही हैं. पुलिस फोर्स को कह रखा है कि अगर कोई बल प्रयोग ना करें, तो कितने ही मुकदमे दर्ज हों, उसे गिरफ्तार करना है. वे कानून को मानने वाले हैं क्योंकि प्रति हिंसा से हिंसा खत्म नहीं होती. नागरिक के अधिकार की रक्षा करें, लेकिन जिसने भी एक गोली चलाई, तो पुलिस फ्री है गोली चलाने के लिए.”
नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई: डीजीपी ने कहा कि “हरियाणा में ड्रग्स के बढ़ते चलन पर रोक लगाने के लिए पुलिस तत्परता से कार्रवाई कर रही है. हाल ही में ड्रग्स बेचने वाले 150 लोगों को जेल भेजा गया है. जबकि वर्ष 2019 से वर्ष 2024 तक करीब 3 हजार आरोपियों को ड्रग्स के साथ पकड़ा गया है.” डीजीपी ने अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि “अभिभावक बच्चों को अच्छे संस्कार दें.”
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को चेतावनी: डीजीपी ओपी सिंह ने सोशल मीडिया पर बेवजह गलत सूचना व डर का माहौल पैदा करने वालों को भी चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि “पुलिस टीम सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रख रही है.” उन्होंने पुलिस कर्मचारियों के स्वास्थ्य से संबंधित पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि फिटनेस व्यक्तिगत मामला है. हालांकि उन्होंने माना कि “वर्दी में पेट निकलता हुआ दिखता है तो अच्छा नहीं लगता.”
पुलिस कर्मचारियों को डीजीपी की नसीहत: ओपी सिंह ने हरियाणा पुलिस में काम ना करने वाले पुलिस कर्मचारियों और अधिकारियों को नसीहत भी दी. उन्होंने कहा “पुलिस में हो तो दूसरों की लड़ाई लड़ने का हौसला होना चाहिए, क्योंकि सरकार के पास बदमाशों से लड़ने के लिए एक ही तंत्र है, वह पुलिस है. एक अन्य सवाल के जवाब में डीजीपी ने कहा कि पुलिस की कोई जाति नहीं है. पुलिस की एक ही जाति है वह खाकी है. गोलियां लगती हैं तो जाति देखकर नहीं लगती. पुलिस में किसी भी प्रकार का विभाजन नहीं है.




