हरविंद्र कल्याण ने निभाई सारथी की भूमिका, चुनाव में कड़ी मेहनत पर मनोहर लाल ने थपथपाई पीठ
हरियाणा में लोकसभा चुनाव के मतदान की प्रक्रिया भले ही समाप्त हो चुकी है, लेकिन अभी भी चुनावी रंगत राजनेताओं के चेहरे और उनके बयान में साफ झलकती नजर आ रही है। हर राजनेता मतदान के खिलाफ जनता और अपनी पार्टी के नेताओं का आभार जता रहा है।
हरियाणा में लोकसभा चुनाव के मतदान की प्रक्रिया भले ही समाप्त हो चुकी है, लेकिन अभी भी चुनावी रंगत राजनेताओं के चेहरे और उनके बयान में साफ झलकती नजर आ रही है। हर राजनेता मतदान के खिलाफ जनता और अपनी पार्टी के नेताओं का आभार जता रहा है।
वहीं, इसके साथ ही चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशी अपना साथ देने वाले नेताओं की खुले मंच से तारीफ कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का ऐसा ही एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी सार्वजनिक मंचों से बीजेपी के एक विधायक हरविंद्र कल्याण की जमकर तारीफ कर रहे हैं। इतना ही नहीं पूर्व मुख्यमंत्री ने तो उन्हें (विधायक को) अपने चुनावी रथ का सारथी भी करार दे दिया।
दअरसल मतदान प्रक्रिया समाप्त होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल इन दिनों पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलकर फीड बैक लेने के साथ ही उनका आभार जता है। इस दौरान सार्वजनिक मंचों से पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल घरोंडा से बीजेपी विधायक हरविंद्र कल्याण की तारीफ करते नहीं थकते। मनोहर लाल सार्वजनिक मंचों से ये कह रहे हैं कि हरविंद्र कल्याण बीजेपी के सारे विधायकों में एक हीरा है। साढ़े 9 साल तक हरियाणा सरकार में उन्होंने जनता की सेवा की और उनके साथ भी कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे। अब वह दोनों (मनोहर लाल और हरविंद्र कल्याण) दोनों एक जोड़ी के रूप में काम कर रहे हैं। वीडियो में मनोहर लाल कहते सुनाई दे रहे हैं कि मै चुनाव लड़ रहा हूं और इस लोकसभा चुनाव के इंचार्ज हरविंद्र कल्याण है। उन्होंने कहा कि युद्ध में हमेशा 2 पक्ष होते हैं, उसमें किसी एक पक्ष के सेनापति के सारथी के रूप में भगवान कृष्ण थे और उनके (मनोहर लाल के) सारथी के रूप में ये (हरविंद्र कल्याण) काम कर रहे हैं।
कौन है हरविंद्र कल्याण ?
हरविंदर कल्याण एक सुशिक्षित राजनेता है। वह 2014 और फिर 2019 के हरियाणा विधानसभा के चुनाव में बीजेपी की टिकट पर करनाल जिले में आने वाली घरोंडा सीट से चुनावी मैदान में उतरे और विजय हुए। उनके पिता देवी सिंह कल्याण हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (हरियाणा सरकार) के पूर्व अध्यक्ष थे। बाबासाहेब नायक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुसाद से बीई पूरा करने के बाद उन्होंने नौकरी की। अपने पिता के साथ उन्होंने 2001 में राइजिंग सन पब्लिक स्कूल की नींव रखी। बाद में वह राजनीति में शामिल हो गए।