सुरंग में 9 महीने फंसे हमास लड़ाके सीजफायर से बेखबर, इजराइल ने 40 को मार गिराया

गाजा के दक्षिणी शहर राफा में चल रहे इजराइली सैन्य अभियानों के बीच एक बड़ा दावा सामने आया है. इजराइल का कहना है कि उसकी सेना ने राफा की भूमिगत सुरंगों में फंसे करीब 40 हमास लड़ाकों को पिछले हफ्ते मार गिराया.
यह कार्रवाई ऐसे समय पर हुई जब इजराइल और हमास के बीच 10 अक्टूबर से लागू सीजफायर समझौता जारी है. इस घटना ने समझौते की विश्वसनीयता और भविष्य पर नए सवाल खड़े कर दिए हैं.
इजराइल का दावा, सुरंगों में 40 लड़ाके ढेर
इजराइली सेना ने बयान जारी कर बताया कि पूर्वी राफा में बची हुई सुरंगों को नष्ट करने का अभियान तेज किया गया है, ताकि वहां छिपे हथियारबंद लड़ाकों को खत्म किया जा सके. बयान में कहा गया पिछले हफ्ते सुरंगों के अंदर 40 से ज्यादा उग्रवादियों को मार गिराया गया है. सेना इससे पहले भी राफा में हमास के कई लड़ाकों को मारने और पकड़ने का दावा कर चुकी है. हालांकि हमास की ओर से अभी तक इस घटना पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है.
9 महीनों से सुरंगों में फंसे करीब 200 लड़ाके
इजराइली मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राफा की जमीन के नीचे मार्च 2024 से लगभग 200 हमास लड़ाके फंसे हुए हैं. कहा जा रहा है कि वे कई महीनों से संपर्क से बाहर हैं और बाहर आने के लिए किसी तरह की सुरक्षित राह की मांग कर रहे हैं. मगर इजराइल ने अब तक उन्हें किसी भी तरह का सेफ रास्ता देने से इनकार किया है. राफा वर्तमान में येलो जोन यानी इजराइली सेना के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में शामिल है, जहां आम नागरिकों और दूसरे समूहों की आवाजाही बेहद सीमित है.
सीजफायर से अनजान थे सुरंग में फंसे लड़ाके
रॉयटर्स की एक हालिया रिपोर्ट ने इस घटना में नया मोड़ जोड़ दिया है. रिपोर्ट में बताया गया था कि राफा की गहरी सुरंगों में फंसे हमास लड़ाके सीजफायर लागू होने की जानकारी से भी अनजान थे. ऐसा कहा गया है कि उनसे पिछले 78 महीनों से कोई संपर्क नहीं हो पाया था, और वे यह भी नहीं जानते थे कि ऊपर जमीन पर युद्धविराम चल रहा है. हमास से जुड़े एक सूत्र ने कहा था कि इन लड़ाकों को सुरक्षित बाहर निकालना सीजफायर बनाए रखने के लिए जरूरी है. लेकिन इजराइल ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया.
समझौते में था सेफ रास्ते का प्रस्ताव, इजराइल ने ठुकराया
पिछले महीने 6 नवंबर को काहिरा,दोहा और अंकारा की मध्यस्थता में हुए एक प्रस्ताव में कहा गया था कि हमास लड़ाकों को मारने के बजाय इजराइल उन्हें किसी तीसरे देश या गाजा के अन्य इलाकों में जाने का मौका दे. लेकिन इजराइल इस प्रस्ताव पर राजी नहीं हुआ. इस बीच गाजा में जारी हमलों में अक्टूबर 2023 से अब तक 70,000 से ज्यादा लोगों की मौत और 1.7 लाख से अधिक घायल होने की रिपोर्ट है जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.




