विधानसभा चुनावों को लेकर ज्ञानचंद गुप्ता का बयान, VOTER LIST में मिली त्रुटियों, चीफ इलेक्शन कमीशन को लिखा LETTER
चंडीगढ़: हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए कुछ महीने शेष बचे हैं, वहीं विधानसभा चुनावों को लेकर हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने प्रेस वार्ता का आयोजन किया। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए वोटर सूचियों में बहुत सी अनियमितताएं हैं, इसलिए चीफ इलेक्शन कमीशन को लेटर लिखा है।
ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि अगर इन सूचियों के साथ चुनाव करवाते हैं तो निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि सर्वे के बाद पता चला कि बीस फीसदी के आसपास वोट जाली हैं और 8-9 साल पहले जिनकी मृत्यु हो चुकी है वो भी अब तक वोटर लिस्ट में शामिल हैं।
बता दें कि डोर टू डोर पंचकूला विधानसभा में चेकिंग करवाई, 23 पोलिंग बूथों का सर्वे करवाया, जिसमें पता चला कि 3507 वोटर शिफ्ट हो चुके हैं। अगले हफ्ते पूरे पंचकुला विधानसभा का डोर टू डोर कैंपेन पूरा होगा।
गुप्ता ने पंचकूला के सेक्टर-20 स्थित बूथ नंबर 48 का उदाहरण देते हुए कहा कि कुल 1376 मतदाताओं में से 38 मृत पाए गए और 257 मतदाता पड़ोसी राज्यों में शिफ्ट हो चुके हैं। सर्वे में पाया गया है कि जो मतदाता पड़ोसी राज्यों में स्थानांतरित हो गए थे, उन्होंने पंचकूला में भी वोट डाला। उन्होंने आशंका जताई कि हरियाणा विधानसभा के आगामी चुनावों में दूसरे राज्यों के मतदाता परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि पंचकूला निर्वाचन क्षेत्र के कुल 200 बूथों में से लगभग 23 बूथों पर सर्वे करवाया गया है। इन बूथों पर 3906 मतदाता ऐसे मिले जिनकी या तो मृत्यु हो चुकी है या वे आस-पास के क्षेत्रों में स्थानांतरित हो चुके हैं। ऐसे में प्रत्येक बूथ पर औसतन करीब 200 मतदाता गलत ढंग से दर्ज हैं। निर्वाचन क्षेत्र के सभी बूथों पर यह संख्या करीब 35 हजार हो सकती है।
ज्ञानचंद गुप्ता ने मतदान केंद्र की दूरी का मामला भी मुख्य निर्वाचन आयोग के ध्यान में लाया है। गुप्ता ने कहा कि चंडी मंदिर छावनी क्षेत्र के मतदाताओं के लिए करीब 6 किलोमीटर दूर सेक्टर 6 स्थित स्कूल में मतदान केंद्र स्थापित किया गया। इस दूरी के कारण गत चुनाव में यहां मात्र 11 फीसदी मतदाता ही मतदान के लिए पहुंचे। उन्होंने कहा कि चंडीमंदिर छावनी में ही मतदान केंद्र स्थापित किया जाना चाहिए।
विस अध्यक्ष ने कहा कि पंचकूला के सीमावर्ती इलाकों में स्थित लेबर कॉलोनियों में डबल वोट हैं। इसलिए मतदाता सूचियों को अपडेट करने की जरूरत है। इसके लिए संबंधित बीएलओ को सख्त निर्देश जारी करने होंगे।
ज्ञानचंद गुप्ता ने 85 वर्ष से अधिक उम्र वाले वृद्धजनों की समस्या को भी उजागर किया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने ऐसे व्यक्तियों को घर से वोट डालने की सुविधा देकर सराहनीय काम किया है, लेकिन उनके लिए मतदान की तारीख वास्तविक तिथि से 15 दिन पहले तय की गई है। कई बार इतनी पहले मतदान अधिकारी और रिटर्निंग अधिकारी की नियुक्ति नहीं हो पाती। इसलिए वृद्धजनों को वास्तविक तिथि से कम से कम 3 दिन पहले घर से मतदान करने की अनुमति दी जाए।
विस अध्यक्ष ने चेताया कि कुछ रिटर्निंग अधिकारियों ने जानबूझकर मतदान की प्रक्रिया को धीमा किया। इसके कारण कतारें लंबी हो गईं और मतदाताओं को एक घंटे से अधिक समय तक इंतजार करना पड़ा। इसके चलते अनेक मतदाताओं ने कतार से हटने का फैसला किया और अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया। उन्होंने कहा कि प्रति घंटे मतदान की न्यूनतम संख्या तय करने की आवश्यकता है। प्रतीक्षा कतार का प्रबंधन बरामदों में या शेड के नीचे करना चाहिए। उन्होंने प्रति बूथ वोटों की अधिकतम संख्या एक हजार तक रखने का भी सुझाव दिया।
ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि वृद्ध, विकलांगों और चिकित्सीय समस्या वाले व्यक्तियों को दी जाने वाली सुविधा को भी दुरुस्त करना चाहिए। निर्वाचन आयोग ने नए वोट बनवाने के लिए पर्याप्त प्रचार-प्रसार किया है, लेकिन इस मामले में संबंधित बीएलओ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में रुचि नहीं लेते। उनके लिए सख्त हिदायत जारी की जानी चाहिए।