मासूमों की डील: गरीब परिवारों से बच्चे खरीदकर हैदराबाद में बेचता था गिरोह

तेलंगाना के हैदराबाद में पुलिस ने अंतरराज्यीय बाल तस्करी गिरोह (Interstate child trafficking gang) का भंडाफोड़ किया है. अवैध रूप से शिशुओं की खरीद-फरोख्त करने वाले इस गिरोह के 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है और दो नवजात शिशुओं को उनसे सुरक्षित छुड़ाया गया है. पुलिस ने मुख्य आरोपी और उसके साथियों को उस समय गिरफ्तार किया, जब शिशुओं को मियापुर पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में बेचा जा रहा था.
15 लाख रुपये में एक बच्चे का सौदा
इस तरह खरीदे गए शिशुओं को निःसंतान धनी परिवारों को लगभग 15 लाख रुपये में एक शिशु के हिसाब से बेचा जाता था. इस सौदे से भारी अवैध मुनाफा कमाया जाता था. जांच में पता चला कि यह पूरी प्रक्रिया बिचौलियों की मदद से प्लानिंग के साथ की जा रही थी. पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपी वी. बाबू रेड्डी की पहचान आईवीएफ एजेंट के रूप में की है.
हैदराबाद लाकर बेचने की कोशिश
हाल ही में एक बायोलॉजिकल माता-पिता को पैसे देकर बिचौलिये के जरिए गुजरात के अहमदाबाद से एक शिशु को हैदराबाद लाया गया और उसे एक निःसंतान कपल को बेचने की कोशिश की गई. पुलिस ने बताया कि इसी तरह से सिद्दिपेट जिले के रामनपेट से भी एक अन्य शिशु को अवैध रूप से लाया गया था. बचाए गए दोनों नवजात शिशुओं को सुरक्षित देखभाल के लिए शिशु विहार को सौंप दिया गया. इस घटना में मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस अवैध तस्करी नेटवर्क के अन्य पहलुओं की जांच कर रही है.




