मिल्कीपुर से मीरापुर तक…उपचुनाव से पहले कैसे फील्डिंग सेट कर रहे सीएम योगी आदित्यनाथ?
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में पस्त हुई भारतीय जनता पार्टी अब 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव से वापसी की कोशिशों में जुट गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन 10 सीटों पर जीत की कमान खुद संभाल ली है. संगठन स्तर पर समीकरण सेट करने के साथ-साथ योगी शासन स्तर पर भी बिसात बिछा रहे हैं.
विधायकों के इस्तीफे और सदस्यता रद्द होने की वजह से रिक्त हुई इन 10 सीटों पर अक्टूबर-नवंबर में उपचुनाव हो सकते हैं. यूपी की इन सीटों पर होने वाले उपचुनाव को सरकार की अग्निपरीक्षा के तौर पर भी देखा जा रहा है.
सरकार स्तर पर भी योगी सेट कर रहे फील्डिंग
संगठन के साथ-साथ योगी आदित्यनाथ सरकारी स्तर पर भी फील्डिंग सेट करने में जुटे हैं. उनके कुछ हालिया ऐलान से इसके संकेत मिल रहे हैं.
1. 17 और 18 अगस्त को सीएम योगी आदित्यनाथ कटेहरी (अंबेडकरनगर) और मिल्कीपुर (अयोध्या) दौरे पर थे. यहां उन्होंने 12,000 युवाओं नियुक्ति पत्र और 17,000 छात्रों को टैबलेट और स्मार्टफोन बांटे. इसी तरह 2 दिन पहले योगी मीरापुर दौरे पर थे, जहां उन्होंने 1 हजार छात्रों को टैबलेट सौंपे.
योगी आदित्यनाथ 27 अगस्त को अलीगढ़ जाएंगे और कहा जा रहा है कि यहां भी मुख्यमंत्री रोजगार मेला के तहत नियुक्ति पत्र और टैबलेट बांट सकते हैं. इसी तरह बाकी सीटों पर भी भविष्य में योगी की तरफ टैबलेट और स्मार्टफोन बांटने की बात कही जा रही है.
2. हाल ही में योगी आदित्यनाथ ने सहारनपुर और गाजियाबाद का दौरा किया था. इन दोनों ही जगहों पर अतिक्रमण और नगर निगम के काम को लेकर उन्होंने नाराजगी जताई थी. शासन स्तर पर दोनों ही जगहों पर एक्शन लेने के आदेश दिए थे.
यूपी की सभी नगर निगमों में बीजेपी का कब्जा है. हालिया लोकसभा चुनाव में सपा ने शहरों में गंदगी और अतिक्रमण को बड़ा मुद्दा बताया था. उपचुनाव से पहले योगी आदित्यनाथ शासन स्तर पर कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं.
3. 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में हाल ही में हाईकोर्ट ने सरकार को नए सिरे से लिस्ट तैयार करने के लिए कहा था. यह मामला ओबीसी आरक्षण से जुड़ा है और इसे सरकार के लिए एक झटके के तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि, इसके बावजूद सरकार ने इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रूख नहीं किया है.
कहा जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट जाकर इस मामले को जातिगत आधार पर बैकफुट पर नहीं आना चाहती है.
4. शुक्रवार को सरकार के बनने के 2 साल बाद योगी सरकार ने राज्य अनुसूचित जाति और जनजाति आयोग का गठन किया है. जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें से अयोध्या की मिल्कीपुर और अलीगढ़ की खैर सीट रिजर्व है.
मिल्कीपुर सीट तो सपा के अयोध्या से चर्चित सांसद अवधेश प्रसाद की है. बीजेपी में इस सीट को जिताने की जिम्मेदारी योगी आदित्यनाथ पर ही है.
5. योगी आदित्यनाथ ने यूपी की 10 सीटों पर जीत के लिए पहले 30 मंत्रियों की फील्डिंग लगाई और फिर 5 बड़े नेताओं को 2-2 सीटों की जिम्मेदारी सौंप दी. मुख्यमंत्री योगी के पास मिल्कीपुर और कटेहरी की जिम्मेदारी है. इसी तरह डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के पास सीसामऊ और करहल की जिम्मेदारी है.
दूसरे डिप्टी सीएम केशव मौर्य के पास फूलपुर और मझवां सीट की जिम्मेदारी है. कुंदरकी और खैर की जिम्मेदारी प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत चौधरी पर तो मीरापुर और गाजियाबाद की जिम्मेदारी संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह पर है.
10 सीटों पर उपचुनाव, 6 पर इंडिया मजबूत
जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें से मोरादाबाद की कुंदरकी, अलीगढ़ की खैर, कानपुर की सीसामऊ, अंबेडकरनगर की कटेहरी, अयोध्या की मिल्कीपुर और कानपुर की सीसामऊ में इंडिया गठबंधन मजबूत है.
इन सभी सीटों पर इंडिया को विधानसभा चुनाव में बढ़त मिली थी. 2022 के विधानसभा चुनाव में 10 में से पांच सीटों पर सपा और पांच सीटों पर एनडीए गठबंधन को जीत मिली थी.
जिन सीटों पर सपा को जीत मिली थी, उनमें करहल, कटेहरी, मिल्कीपुर, सीसामऊ और कुंदरकी सीट शामिल हैं. खैर, गाजियाबाद और फूलपुर में बीजेपी को तो मीरापुर में आरएलडी को जीत मिली थी. मझवां की सीट निषाद पार्टी ने जीती थी.