हरियाणा

पूर्व मंत्री श्री सतपाल सांगवान पंचतत्व में विलीन

 क्षेत्र के हजारों लोगों ने अंतिम यात्रा में शामिल हो दी श्रृद्घांजली

क्षेत्र के हजारों लोगों ने अंतिम यात्रा में शामिल हो दी श्रृद्घांजलीचरखी दादरी,(ब्यूरो): हरियाणा के पूर्व मंत्री सततपाल सांगवान सोमवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके र्पतृक गांव चंदेनी में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। दादरी के विधायक एवं उनके सुपुत्र सुनील सांगवान ने उनको मुखाग्नि दी। श्री सतपाल सांगवान पिछले कुछ दिनों से मेदांता अस्पताल में उपचाराधीन थे और उन्होंने देर रात वहीं अंतिम सांस ली। हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री राव नरबीर, सांसद धर्मबीर सिंह, विधायक उमेद पातुवास, विधायक देवेन्द्र अत्री, पूर्व मंत्री जे पी दलाल, भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ किरण कलकल, नगर परिषद चेयरमैन बक्शीराम सैनी, पूर्व विधायक रणसिंह मान, शशी परमार, रघुबीर छिल्लर, धर्मपाल सांगवान, रणबीर मंदौला, सुखविंदर माढ़ी, राव नरेंद्र, जगजीत सांगवान, रामपाल माजरा, सोमबीर सांगवान, जिला प्रशासन की ओर से उपायुक्त मुनीश शर्मा, पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा, एसडीएम आशीष सांगवान, सतेंद्र परमार सहित अन्य गणमान्य उन्हें श्रृद्घांजली देने पहुंचे।उनकी अंतिम यात्रा में क्षेत्र से हजारों लोग शामिल हुए। पिछले कुछ दिनों से उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था और गत 24 फरवरी को उनको गुरूग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा था। रविवार 2 मार्च की रात को उन्होंने लगभग 2 बजे मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। वहां पर उनके भाई सतप्रकाश सांगवान, सुपुत्र एवं विधायक सुनील सांगवान सहित उनके परिवार के अन्य सदस्य मौजूद रहे।
स्व सतपाल सांगवान क्षेत्र ही नहीं पूरे प्रदेश के जाने माने नेता रहे हैं और दादरी के लिए उन्होंने काम करते हुए नए आयाम स्थापित किए हैं। क्षेत्र का हर एक नागरिक स्व सतपाल सांगवान का मुरीद रहा है। चाहे कोई विरोधी ही क्यो ना हो, श्री सांगवान द्वारा करवाएं गए कामों को नहीं नकार सकता है। उनका पूरा राजनीतिक सफर भी काफी प्रभावशाली रहा है। उन्होंने हमेशा क्षेत्र के विकास को अहमियत दी और जीवन भर लोगों की भलाई के काम किए।पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान के पौत्र मनव सांगवान आर्मी व पौत्री नव्या सांगवान मेडिकल कौर में कमीशन प्राप्त करके सेना में लेफ्टिनेंट पद पर कार्यरत हैं।
जीवन परिचय
स्व सतपाल सांगवान का जन्म तत्कालीन भिवानी और वर्तमान दादरी जिला के गांव चन्देनी में साधारण किसान व समाजसेवी स्व. मांगेराम सांगवान एवं श्रीमती मोहरा देवी के घर हुआ। प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल में ग्रहण करने के बाद श्री सांगवान ने झोझू कलां के सरकारी स्कूल में 10वीं की शिक्षा ली और उन्होंने रोहतक के जाट कालेज में शिक्षा ग्रहण करने के बाद हिसार से बीएससी पास की। बीएससी करने के कुछ दिन बाद ही श्री सांगवान झोझू कलां के सरकारी स्कूल में विज्ञान अध्यापक के रूप में नियुक्त हुए। यहां करीब दो वर्ष तक विद्यार्थियों के साथ ज्ञान बांटा।
कुछ समय बाद ही सतपाल सांगवान की दूरसंचार विभाग के जेई के पद पर नियुक्ति हो गई। इसी दौरान श्री सांगवान भिवानी व चरखी दादरी की टेलीफोन एक्सचेंज में कार्य किया। अपने कार्य की प्रतिनिष्ठा व इमानदारी के कारण श्री सांगवान इसी विभाग में एसडीओ के पद पर पदोन्नत हुए और कई वर्षों तक चरखी दादरी में कार्य किया। इस विभाग में कार्य करते हुए श्री सांगवान दो बार आल इंडिया जेई एसोसिएशन के सचिव रहे। दुरसंचार विभाग में कार्य करते हुए श्री सांगवान पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बंसीलाल के संपर्क में आए और उन्हें अपना राजनीतिक गुरू माना।स्व. बंसीलाल ने सतपाल सांगवान के वर्चस्व को देखते हुए वर्ष 1996 में हविपा से टिकट देकर पहली बार चरखी दादरी हलके में उतारा। श्री सांगवान ने अपने हविपा की टिकट पर चुनाव लडक़र रिकार्ड जीत दर्ज की थी। इसके बाद सांगवान ने वर्ष 2000 व 2005 में दो बार विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन दोनों की बार ये नजदीकी अंतर से पिछड़ गए थे। उसके बाद श्री सतपाल सांगवान इस परिवार से अलग हुए कुलदीप बिश्नोई की हजकां में शामिल हुए और अक्तूबर 2010 के आम विधानसभा चुनाव हजकां की टिकट पर लड़ा। इस चुनाव में सतपाल सांगवान ने इनेलो के राजदीप फौगाट को 145 वोटों के अंतर से पराजित कर जीत हासिल की और अपने पांच विधायकों के साथ हजकां से किनारा कर कांग्रेस में शामिल हो गए।कांग्रेस सरकार को श्री सांगवान सहित पांच विधायकों की पावर मिल गई। जिसके परिणामस्वरूप दादरी हलके के विकास को लेकर 28 जनवरी 2011 को कैबीनेट मंत्री बना दिया। कैबीनेट मंत्री बनने के बाद सांगवान इस क्षेत्र के विकास और उत्थान को लेकर प्रयास में लग गए और अनेक कल्याणकारी योजनाओं को अमलीजामा पहनाया।

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