अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर का था गुड़गांव से सीधा नाता

गुड़गांव: अमेरिका के 39वें राष्ट्रपति रहे जिमी कार्टर का गुड़गांव से सीधा नाता रहा है। जिमी कार्टर का जन्म गुड़गांव के गांव दौलतपुर नसीराबाद में हुआ था। अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद साल 1978 में गुरुग्राम में अपना जन्म स्थान देखने पहुंचे जिमी कार्टर के नाम पर ही प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने गांव का नाम बदलकर कार्टरपुरी कर दिया था। तब से ही इस गांव को अलग पहचान मिली है।
जब उनके निधन की खबर गुरुग्राम के कार्टरपुरी गांव में पहुंची तो उनके गुरुग्राम दौरे के साक्षी रहे लोगों की आंखे नम हो गई। उन्होंने अपनी यादों को साझा किया। ग्रामीणों राजीव, मोहन लाल की मानें तो जिस दिन जिमी कार्टर गुड़गांव आए वह दिन कार्टरपुरी निवासियों के लिए किसी त्यौहार से कम नहीं था। उनके आने से पहले कच्ची सड़कें पक्की कर दी गई। गांव को दुल्हन की तरह सजा दिया गया। उनका स्वागत ग्रामीणों ने पारंपरिक तरीके से किया।
ग्रामीणों अतर सिंह, योगेश की मानें तो अमेरिका के राष्ट्रपति रहे जिमी कार्टर की माता मुंबई के एक अस्पताल में नर्स थी। दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान वह फौजियों की सेवा करने के लिए गुड़गांव के गांव दौलतपुर नसीराबाद आई थी। यहां जेलदार की हवेली में वह रहती थी और इसी स्थान पर ही जिमी कार्टर का जन्म हुआ।
आपको बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति रहे जिमी कार्टर का रविवार को निधन हो गया। वह अमेरिका के 39वें राष्ट्रपति रहे थे और वह अमेरिका के सबसे लंबे जीवित रहने वाले राष्ट्रपति रहे थे। अपनी मां के कहने के बाद वह अपने जन्मस्थान को देखने के लिए साल 1978 में गुड़गांव आए थे जिसके बाद प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने दौलतपुर नसीराबाद का नाम बदलकर कार्टरपुरी रख दिया था। आज जिमी कार्टर की यादों को साझा करते हुए ग्रामीणों की आंखे नम हो गई।