पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे से थाने में पूछताछ, प्रोफेसर से मारपीट का है आरोप
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल से भिलाई थाने में लगभग चार घंटे तक पूछताछ की गई. चैतन्य बघेल पर एक सरकारी कॉलेज के प्रोफेसर पर हुए हमले में शामिल होने का आरोप है. पूछताछ के दौरान पुलिस ने उनका मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया. दुर्ग जिले के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि मारपीट के मामले की प्रारंभिक जांच में चैतन्य के आरोपियों के साथ संबंध सामने आए हैं, इसी आधार पर उन्हें अपना बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया था.
शुक्ला ने बताया कि पुरानी भिलाई पुलिस थाने में चैतन्य से चार घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई और इस दौरान उनका मोबाइल फोन जब्त किया गया. फिर उन्हें छोड़ दिया गया. बता दें कि इस साल सरकारी कॉलेज के प्रोफेसर विनोद शर्मा को छह लोगों ने बुरी तरह पीटा था.
क्या है मामला?
प्रोफेसर शर्मा का कहना है कि उन पर हमला तब हुआ जब वे पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र से अपने घर जा रहे थे. इस हमले में वह बुरी तरह घायल हो गए थे. पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रोफेसर शर्मा को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनका इलाज अभी भी जारी है. पुलिस की जांच में इस मामले में नौ आरोपियों की पहचान हुई है. इनमें से पांच को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि चार अन्य की तलाश जारी है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को इसी मामले में चैतन्य बघेल का बयान भी दर्ज किया गया था.
पुलिस ने क्या कहा?
पुलिस अधीक्षक हरीश पाटिल ने बताया कि मारपीट के मामले में चैतन्य की कथित संलिप्तता और आरोपियों को भागने में मदद करने की जानकारी सामने आई है. चैतन्य का बयान दर्ज कर लिया गया है, जिसके आधार पर मामले की आगे जांच की जाएगी. उनके जब्त किए गए मोबाइल फोन को फोरेंसिक जांच के लिए साइबर विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा. पुलिस ने भूपेश बघेल की बेटी का भी बयान लिया है. पूछताछ के बाद अधिकारियों ने बताया, “हमने उनसे पूछा कि क्या वह राजनीतिक या आर्थिक रूप से आरोपियों के संपर्क में थे. उन्होंने अपना बयान दर्ज करा दिया है.” अधिकारियों ने आगे बताया कि मामले के तीन मुख्य आरोपी अभी भी फरार हैं. चैतन्य कथित रूप से आरोपी प्रवीण शर्मा के संपर्क में थे, जिनकी मौजूदगी चैतन्य के हर पारिवारिक कार्यक्रम में देखी जाती थी.