माता-पिता के जहर खाने के पांच महीने बाद, दो बेटों ने भी 700 किमी दूर खाया सल्फास — जानें क्या थी वजह

मध्य प्रदेश के रीवा जिले के दो सगे भाइयों ने नैनीताल जिले काठगोदाम में आकर सल्फास खा लिया, जिससे उनमें से एक मौत हो गई है, जबकि दूसरा युवक जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है. दोनों इस आत्मघाती कदम उठाने के लिए घर इतना दूर क्यों आए और साथ ही उन्होंने सल्फास क्यों खाया? पुलिस इस तरह के तमाम सवालों को खोजने में जुट गई है. युवकों के परिजनों का घटना की जानकारी दे दी गई है.
पुलिस के मुताबिक, रीवा जिले के मणिकवार गांव के रहने वाले दो भाई सगे शिवेश और बृजेश मिश्रा बुधवार दोपहर काठगोदाम के भद्यूनी जंगल में पहुंचे, जहां उन्होंने पानी की टंकी के पास बैठकर सल्फास खा लिया. इस बीच उनकी हालत बिगड़ता देख किसी ने पुलिस को जानकारी दे दी. काठगोदाम थाने की पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई. इसके बाद मौके पर पहुंचे पुलिस के एक जवान ने अचेत पड़े शिवेश को कंधे पर उठाकर जंगल से आधा किलोमीटर दूर एंबुलेंस तक पहुंचाया.
इलाज के दौरान शिवेश की मौत
वहीं, छोटे भाई बृजेश की हालत ठीक होने पर वह खुद पैदल चलकर एंबुलेंस तक पहुंचा. पुलिस दोनों को इलाज के लिए सबसे पहले बेस अस्पताल लेकर पहुंची, जहां उनकी सीरियस हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने एसटीएच रेफक कर दिया. गुरुवार सुबह इलाज के लिए शिवेश की मौत हो गई है. वहीं, बृजेश जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है. उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि मृतक के माता-पिता ने भी 5 महीने पहले जहर खाकर आत्महत्या की थी.
नौकरी के लिए थे परेशान
माता-पिता की मौत के बाद वह कभी अपने नाना-नानी तो कभी रिश्तेदारों के साथ रह रहे थे. दोनों भाई बीते काफी समय से नौकरी की तलाश कर रहे थे, लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ मायूस हाथ लग रही थी. दोनों भाई बिना बताए काठगोदाम आए. यहां उन्होंने एक होटल में खाना खाया और फिर काठगोदाम की ही एक दुकान से सल्फास लेकर जंगल में खा लिया. पुलिस की निगाहें अब बृजेश पर बनी हुई है, उसके होश में आने के बाद आत्महत्य के कोशिश के कारणों का पता पाएगा.




