किसानों ने हाई टेंशन लाइन के मुआवजे को लेकर भरी हुंकार, सिवानी में हुई महापंचायत

सिवानी मंडी, (मनोज जांगड़ा): राजस्थान के बीकानेर से पंजाब के पातड़ा तक बिछाई जा रही हाईटेंशन बिजली लाइन के कारण भूमि अधिग्रहण का सामना कर रहे सिवानी ब्लॉक के किसानों ने आज एक बड़ी हुंकार भरी। कबीर धर्मशाला में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में किसानों ने अपनी जमीन के उचित मुआवजे की मांग की और सरकार को चेतावनी दी कि बिना मुआवजे के कोई काम नहीं होने दिया जाएगा।
भारतीय किसान यूनियन के तहसील प्रधान संदीप औला और जम्हूरी किसान सभा हरियाणा के तहसील प्रधान विक्रम सिवाच की संयुक्त अध्यक्षता में हुई इस बैठक में किसानों की एकजुटता साफ नजर आई। जम्हूरी किसान सभा हरियाणा के सुनील बख्तावरपुरा ने संचालन का दायित्व संभाला।
बैठक में भारतीय किसान यूनियन युवा विंग के प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद और जम्हूरी किसान सभा हरियाणा के राज्य अध्यक्ष आजाद सिंह मिरान ने विशेष रूप से शिरकत की। आजाद सिंह मिरान ने जोर देकर कहा कि जिन किसानों की जमीन टावर के लिए ली जा रही है, उन्हें न तो कोई सूचना दी गई और न ही कोई मुआवजा, जो सरासर गलत है। उन्होंने मांग की कि कार्य शुरू करने से पहले किसानों को उनकी जमीन का उचित मुआवजा दिया जाए। मिरान ने स्पष्ट किया, बिना मुआवजा लिए काम नहीं होने दिया जाएगा। सभी किसान एकजुट होकर इस लड़ाई को मजबूती से लड़ेंगे।
रवि आजाद ने हरियाणा सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने पिछली लंबी लड़ाइयों के बाद एक मुआवजा नीति बनाई थी, जिसे हरियाणा सरकार ने अभी तक लागू नहीं किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री के विधानसभा में दिए गए बयानों को खोखला बताते हुए कहा, “आज हरियाणा के किसानों की जमीनें जोर-जबरदस्ती से हड़प कर अडानी-अंबानी को दी जा रही हैं। यह बीजेपी सरकार की कंपनियों के साथ मिलकर किसानों को बर्बाद करने की सोची-समझी साजिश है। बैठक में राजेंद्र ख्यालिया, धर्मवीर ख्यालिया, राजबीर खिचड़ लीलस, विकास शूरा, देवेंद्र बिश्नोई, मुकेश बख्तावरपुरा, सुरेश खटक, जोगिंदर औला, सुरेंद्र गोपलवास, विनोद जांगड़ा हरियास, प्रदीप काजला, जीतू जांगड़ा, सुनील बामल देवसर, प्रविंदर बिश्नोई, सुनील बेडवाल, सतपाल बिश्नोई सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।