किसानों को 10 हजार रूपये प्रति एकड़ तक मिल रहा है आर्गेनिक गेहूं का भाव : राकेश बेनिवाल
केवाईसी की प्रेरणा से प्रदेश भर में 1700 से अधिक तथा गांव बिहरी में 68 एकड़ जमीन पर हुई आर्गेनिक खेती

भिवानी, (ब्यूरो): किसानों की आय बढ़ाने तथा लोगों को रासायनिक (जहर) युक्त खेती से मुक्ति दिलाने के लिए किसान युवा क्लब द्वारा आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने की मुहिम चलाई हुई है, जिसके तहत वे किसानों को आर्गेनिक खेती के लाभ बताकर उन्हे इस दिशा मे आगे बढऩे के लिए प्रेरित करते है, ताकि किसानों की आय बढ़ाने के साथ-साथ लोगों के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाया जा सकें। किसान युवा क्लब की आर्गेनिक खेती की मुहिम अब रंग लाने लगी है तथा आर्गेनिक माध्यम से उगाई गई फसल के अब किसानों को तीन से चार गुणा तक दाम मिल रहे है, जिसके बाद अन्य किसानों में भी एक उम्मीद की किरण जगी है। किसान युवा क्लब के संस्थापक राकेश बेनिवाल, सुधीर तंवर व विनीत पिलानिया ने बताया कि रायासनिक खादों ने क्वांटीटी तो बढ़ा दी, लेकिन क्वालिटी खत्म कर दी। जिसके चलते लोग गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे है। ऐसे में केवाईसी द्वारा आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए विशेष अभियान चलाया तथा प्रदेश भर में 1700 से अधिक एकड़ में आर्गेनिक खेती करवाई। इसी कड़ी में गांव बिरही में 68 एकड़ जमीन में आर्गेनिक खेती की गई। उन्होंने कहा कि शुरू में तो किसानों में दामों को लेकर संशय बना हुआ था, लेकिन जैसे ही फसल की कटाई हुई तथा लोग फसल खरीदने के लिए भारी तादात में आने लगे तथा यहां पर 10 हजार रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से किसान ने अपनी फसल को बेचा। उन्होंने कहा कि आर्गेनिक खेती से ना केवल भूमि की उपजाऊ शक्ति बढ़ेगी तथा लोगों के स्वास्थ्य में भी सुधार आएगा। इस बारे में गांव बिरहीकलां के संजय ने बताया कि वे पहले डीएपी व यूरिया से खेती करते थे, लेकिन अबकी बार उन्होंने किसान युवा क्लब की प्रेरणा से आर्गेनिक खेती की शुरूआत की तथा अबकी बार उन्हे खासे मुनाफे के साथ पैदावार मिली है। जिससे वे काफी खुश है। गांव कालुवास के किसान महेंद्र ने बताया कि वे गांव बिहरी के किसान संजय द्वारा बगैर यूरिया व पेस्टीसाईड के आर्गेनिक खेती के माध्यम से की गई फसल को देखने आए है। उन्होंने कहा कि उन्होंने यहां आकर देखा पाया कि आर्गेनिक खेती किसानों की आय को तीन गुणा करने में सक्षम है। क्योंकि जब वे फसल काट रहे थे तो उसी समय ग्राहक 10 हजार रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से गेहूं खरीदने के लिए तैयार खड़े थे।