किसानों का अधिकारियों और सरकार के खिलाफ फुटा गुस्सा, गन्नौर मंडी पर जड़ा ताला
सरसों की खरीद को लेकर किसानों का एक बार फिर अधिकारी और सरकार के खिलाफ गुस्सा फूटा है। किसानों ने सरसों व गेहूं की खरीद सही ढंग सी खरीदने का आरोप लगाते हुए गन्नौर मंडी पर ताला जड़ दिया।
गन्नौर (कपिल सांडिल्य) : सरसों की खरीद को लेकर किसानों का एक बार फिर अधिकारी और सरकार के खिलाफ गुस्सा फूटा है। किसानों ने सरसों व गेहूं की खरीद सही ढंग सी खरीदने का आरोप लगाते हुए गन्नौर मंडी पर ताला जड़ दिया। उन्होंने अधिकारियों और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों का आरोप है कि जिस पोर्टल मेरा फसल मेरा ब्यौरा पर रजिस्ट्रेशन किया जाता है। इस पर भी अधिकारी घपला कर रहे हैं और सरसों की खरीद में भी अधिकारियों पर घोटाले के आरोप लगाए हैं।किसानों का कहना है कि जल्द ही सरकार और अधिकारी इसका समाधान कर दें, वरना किसान आर-पार की लड़ाई से पीछे नहीं हटेंगे।
किसानों का कहना है कि सरकार जानबूझकर किसानों के साथ ऐसा कर रही है। सरकार सिर्फ दावा कर रही है कि सरसों की फसल की खरीद की जा रही है, लेकिन आज यह साबित हो गया है कि मंडी सेक्रेटरी और अधिकारी मिलकर किसानों के साथ धांधली कर रहे हैं और जब मंडी में यह धांधली नहीं रुकी तो किसानों ने एकत्रित होकर मंडी पर ताला लगा दिया। पुलिस आने के बाद सेक्रेटरी को बाहर लेकर आई और जब कांटे की जांच की गई तो तोल में गड़बड़ मिली और जब नमी की मशीन की जांच की गई तो उसमें भी गड़बड़ी सामने आई है।
किसानों का कहना है कि सरकार जी पोर्टल पर फसल का रजिस्ट्रेशन करवाती है, इस पोर्टल पर धांधली की जा रही है। किसान की 5 से 6 एकड़ का रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर होता है, लेकिन अधिकारी एक से दो एकड़ की ही फसल खरीद रहे हैं। इसी के साथ अधिकारी जिस मशीन से सरसों की फसल की नमी बता रहे हैं, वह नमी ज्यादा है और जब सरकारी मशीन से इसकी नमी नापी गई तो नमी कम मिली। इतना ही नहीं जब अधिकारियों से इस बारे में बातचीत की गई तो अधिकारियों ने बातचीत से ही मना कर दिया। यह किसानों के साथ धांधली मिली भगत से की जा रही है, जिससे किसानों को नुकसान हो रहा है।