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फोटो बदलकर आधार से खेल: अधिवक्ता की आधा एकड़ जमीन की करोड़ों में फर्जी रजिस्ट्री

भिवानी। आधार कार्ड में फोटो बदलकर एक अधिवक्ता की करीब आधा एकड़ बेशकीमती कृषि भूमि को फर्जी मालिक बनकर बेच देने का मामला उजागर हुआ है। करोड़ों रुपये मूल्य की यह भूमि जिला राजस्व अधिकारी कार्यालय भिवानी में फर्जी व्यक्ति द्वारा ऑनलाइन रजिस्ट्री कराई गई। जब असल मालिक को इसकी जानकारी मिली तो उसने पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी।

वहीं डीआरओ कार्यालय में भी दस्तावेजों से छेड़छाड़ और गलत रजिस्ट्री की बात सामने आने पर हड़कंप मच गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीआरओ कार्यालय से सिविल लाइन पुलिस थाना को तत्काल लिखित शिकायत भेजी गई। पीड़ित ने भी पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है।
भिवानी निवासी एडवोकेट अजय सर्राफ ने बताया कि दिल्ली-पिलानी नेशनल हाईवे 709 ई पर गांव नौरंगाबाद ईंट भट्ठा के पास हाईवे से सटी उनकी तीन कनाल 15 मरले (करीब आधा एकड़) कृषि भूमि है जिसकी कीमत करोड़ों में है। उन्हें जरा भी अंदेशा नहीं था कि कोई व्यक्ति उनकी जमीन को इस तरह बेच सकता है। जब वे ऑनलाइन भूमि रिकॉर्ड देख रहे थे तब उन्हें पता चला कि उनकी भूमि किसी अन्य के नाम बिक चुकी है।

डीआरओ कार्यालय में तहकीकात कराने पर सामने आया कि उनकी भूमि को हांसी के गांव ढाणा निवासी एक व्यक्ति को 8 लाख 50 हजार रुपये में बेचा गया है और इसकी वसीका 28 अक्तूबर को जारी कर दी गई। अजय सर्राफ भिवानी न्यायालय में अधिवक्ता के रूप में प्रैक्टिस करते हैं। उन्होंने बताया कि रजिस्ट्री के दौरान खिंचे फोटो में फर्जी मालिक उनकी जगह खड़ा होकर उनकी भूमि बेच रहा है और हस्ताक्षर की जगह अनपढ़ व्यक्ति ने अंगूठा लगा रखा है।

ऐसे किया असल मालिक की जगह फर्जी व्यक्ति ने भूमि बिक्री का फर्जीवाड़ा

अजय सर्राफ के आधार कार्ड में उनका नाम ‘अजय कुमार’ और पिता का नाम ‘ओमप्रकाश’ दर्ज है। भूमि की रजिस्ट्री कराने वाले फर्जी व्यक्ति के आधार में भी यही नाम दर्ज था। आरोपी ने इसी समानता का फायदा उठाया। उसने अजय के आधार में अपना फोटो लगवा लिया और तहसील कार्यालय में रजिस्ट्री कराते समय अपनी तस्वीर खिंचवा कर असल मालिक बन बैठा। राजस्व रिकॉर्ड में केवल नाम की जांच होती है फोटो की नहीं। इसी खामी और कथित मिलीभगत का फायदा उठाकर आरोपी ने असल मालिक की जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करा दी। जब अजय को पता चला तो उन्होंने देखा कि दस्तावेजों में छेड़छाड़ की गई है और उनकी जगह कोई दूसरा व्यक्ति खड़ा होकर फोटो खिंचवाकर भूमि बेच चुका है। इसे लेकर उन्होंने पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी। इस बारे में सिविल लाइन थाने के एसएचओ देवेंद्र कुमार ने बताया कि भूमि की गलत रजिस्ट्री कराए जाने संबंधी शिकायत प्राप्त हुई है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

मैंने पुलिस अधीक्षक को मामले की शिकायत दी है। राजस्व रिकॉर्ड में मैं भूमि का असल मालिक हूं लेकिन मेरी जगह किसी अन्य व्यक्ति ने मेरे और मेरे पिता के नाम का इस्तेमाल करते हुए अपना फोटो खिंचवाकर भूमि बेच दी है। इसकी एक शिकायत उपायुक्त को भी दी गई है ताकि फर्जी तरीके से बेची गई मेरी भूमि की वसीका रद्द करवाई जा सके। साथ ही आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है, ताकि आगे किसी और के साथ धोखाधड़ी न हो। – अधिवक्ता अजय सर्राफ, भूमि का असल मालिक

मेरे संज्ञान में ये मामला आया तो मैंने इसकी लिखित शिकायत सिविल लाइन पुलिस थाने में दी। हमारे पास भूमि की रजिस्ट्री के लिए ऑनलाइन दस्तावेज आए थे जिनके आधार पर वसीका पंजीकृत की गई। बाद में इस रजिस्ट्री पर आपत्ति और असल मालिक के सामने आने का मामला सामने आया है। फिलहाल ये मामला पुलिस जांच के अधीन है। इस संबंध में आगे की कार्रवाई के लिए पुलिस को लिख दिया गया है।

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