राष्ट्रीय

झारखंड DGP की बनाई फर्जी फेसबुक ID, लोगों को भेजी गई फ्रेंड रिक्वेस्ट, अब जांच में जुटी पुलिस

डिजिटल दौर में ठगी के लिए आए दिन साइबर फ्रॉड करने वाले अपराधियों के द्वारा एक से बढ़कर एक नायाब तरीका अख्तियार किया जा रहे है. इस बार साइबर अपराधियों ने झारखंड के नवनियुक्त डीजीपी आईपीएस अधिकारी अनुराग गुप्ता का फोटो इस्तेमाल कर फर्जी फेसबुक अकाउंट बना लिया. वह इसके जरिए आम लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज रहे हैं. मामला तब उजागर हुआ जब इस फर्जी फेसबुक अकाउंट में डीजीपी अनुराग गुप्ता का नाम गलत पाया गया.

झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता के नाम से बनी फर्जी फेसबुक अकाउंट में उनका नाम ही गलत लिखा हुआ है. उसमें उनका नाम ‘Anurg Gupta Dgp; लिखा हुआ है. डीजीपी अनुराग गुप्ता की तस्वीर लगी हुई इस फर्जी अकाउंट में लगभग 121 लोग शामिल हो चुके हैं. हालांकि, अब तक किसी के द्वारा डीजीपी की तस्वीर लगे हुए फर्जी अकाउंट के माध्यम से साइबर फ्रॉड किया गया है या नहीं, इसकी अब तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई है.

साइबर सेल और झारखंड पुलिस कर रही जांच

डीजीपी का फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजे जाने की सूचना झारखंड के डीजीपी और पुलिस अधिकारियों को लगी. इसके बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया. डीजीपी अनुराग गुप्ता ने साइबर सेल को पूरे मामले की तहकीकात की जिम्मेदारी सौंपी है. फिलहाल इस फर्जी प्रोफाइल मामले को लेकर साइबर सेल और झारखंड पुलिस जांच में जुट गई है. इससे पहले झारखंड के पूर्व डीजीपी आईपीएस अधिकारी नीरज सिन्हा के साथ-साथ कुछ आईएएस अधिकारियों के भी फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाकर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी गई थी.

कौन हैं IPS अनुराग गुप्ता

झारखंड सरकार ने 3 फरवरी 2025 को भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी अनुराग गुप्ता को राज्य का नियमित पुलिस महानिदेशक (रेगुलर डीजीपी) नियुक्त करने की मंजूरी दी है. उनकी नियुक्ति दो वर्षों के लिए होगी. आईपीएस अनुराग गुप्ता 1990 बैच के अधिकारी हैं. रेगुलर डीजीपी बनाए जाने से पूर्व में वह झारखंड के प्रभारी डीजीपी के रूप में कार्यरत थे, इसके साथ ही वे सीआईडी और एसीबी के डीजी का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे हैं. उनकी नई नियुक्ति 26 जुलाई 2024 से प्रभावी होगी और अगले दो वर्षों तक जारी रहेगी.

Related Articles

Back to top button