भिवानी। ऑनलाइन तबादला नीति के विरोध में ऑल हरियाणा पावर कॉरपोरेशन वर्कर यूनियन संबंधित सर्व कर्मचारी संघ ने मंगलवार को सब यूनिट स्तर पर एक दिवसीय सांकेतिक भूख हड़ताल की। कर्मचारियों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि कर्मचारी विरोधी इस नीति को वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन को चरणबद्ध तरीके से तेज करते हुए बिजली मंत्री और एसीएस (पावर) तक घेराव किया जाएगा। इसी क्रम में पुराना बिजली घर परिसर में बिजली कर्मचारियों ने धरना दिया, एक दिन की भूख हड़ताल की और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान राज्य ऑडिटर धर्मवीर सिंह भाटी, राज्य उप-प्रधान राजेश सांगवान और राज्य सचिव लोकेश ने कहा कि जब किसी लाइनमैन या तकनीकी कर्मचारी का तबादला नई जगह किया जाता है तो उसे वहां के बिजली नेटवर्क, तारों के जाल और फीडर की बारीकियों को समझने में समय लगता है। नेटवर्क की पर्याप्त जानकारी न होने से फील्ड में कार्य करते समय किसी भी अनहोनी की आशंका बढ़ जाती है जिससे कर्मचारियों की जान को खतरा हो सकता है और जिसकी भरपाई संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि इसका असर केवल तकनीकी स्टाफ पर ही नहीं बल्कि क्लर्क (लिपिक) पर भी पड़ता है जिन्हें नई जगह के रिकॉर्ड और कार्यप्रणाली समझने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जिससे कामकाज प्रभावित होता है।
सर्कल सचिव अशोक गोयत ने बताया कि आने वाले समय में यूनियन द्वितीय चरण में यूनिट स्तर पर सांकेतिक हड़ताल, तृतीय चरण में सर्कल स्तर पर प्रदर्शन करेगी। इसके बाद चीफ इंजीनियर और एसीएस (पावर) का घेराव किया जाएगा। यदि इसके बाद भी प्रबंधन नहीं माना, तो अंतिम चरण में मंत्रियों और उच्च अधिकारियों तक पहुंचकर ऑनलाइन तबादला नीति रद्द कराने का दबाव बनाया जाएगा। इस अवसर पर सतीश तंवर, मंदीप फौगाट, रविंद्र यादव, धर्मवीर शर्मा, अनिल फोरमैन सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।