हरियाणा के इस जिले में किया गया Election का बहिष्कार, एक भी Voter ने नहीं डाला वोट… जानिए वजह
हरियाणा के गांव सुंदरपुर में लोगों और पंचायत की तरफ से लोकसभा चुनावों का बहिष्कार किया गया है। यहां ग्रामीणों की तीन मांगे हैं, जो पूर्ण न होने के कारण उन्होंने फैसला ले लिया कि हम वोट नहीं डालेंगे।
हरियाणा के गांव सुंदरपुर में लोगों और पंचायत की तरफ से लोकसभा चुनावों का बहिष्कार किया गया है। यहां ग्रामीणों की तीन मांगे हैं, जो पूर्ण न होने के कारण उन्होंने फैसला ले लिया कि हम वोट नहीं डालेंगे।
ऐसे में प्रशासन लगातार कोशिश कर रहा है कि ग्रामीण अपने मत का प्रयोग कर ले, जिसके चलते जींद डीसी इमरान रजा एसपी सुमित कुमार ग्रामीणों को मनाने के लिए पहुंचे, लेकिन ग्रामीणों ने वोट डालने से इनकार कर दिया। दोनों बूथों पर प्रशासन की तरफ से वोट डलवाने की पूरी तैयारी है, लेकिन सुबह से अभी तक एक वोट भी पोल नहीं हुआ है।
डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने कहा कि य सुंदरपुर बूथ को लेकर इनफार्मेशन आई थी किसी रीजन के चलते यहां पर बायकाट कर रहे हैं। दो रीजन बताए थे प्रशासन को इन्होंने पिछले तीन दिन से लगातार पंचायत को भी हमने एड्रेस किया और आज भी लोगों के समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि मत का प्रयोग करें उनकी जो भी प्रशासनिक स्तर की समस्या है उसको टेक अप करेंगे और उसको रिजॉल्व करेंगे।
सरपंच प्रतिनिधि लखविंदर ने कहा कि चुनाव का बहिष्कार तीन मांगों को लेकर किया गया है । पहली मांग हमारी तहसील की है, हमारी तहसील नरवाना होती थी 2017 में उचाना कर दी गई। दूसरी मांग हमारी खेवट की है जब हमारी फर्द निकलती है तो पूरे गांव की निकलती है जिसमें 390 पेज निकलते हैं और लगभग 4000 रुपए या 4500 रुपए खर्च आता है टोटल नकल निकलवाने में। अगर तीन शरद एक साथ निकलवाने पड़े तो 12000 या 13000 का खर्चा आता है जो हर व्यक्ति अफोर्ड नहीं कर सकता। तीसरी मांग हमारी राजबाहा माइनर धर्मगढ़ था 2007 में निकला था लेकिन आज तक उसका इंतकाल नहीं हुआ। प्रशासन की तरफ से कोई ठोस आश्वासन हमें नहीं मिल रहा। अगर यह मांगे हमारे आगे भी पूरी नहीं हुई तो हम विधानसभा में भी ऐसे ही बहिष्कार करेंगे।