चुनाव खत्म…अब एक्शन…CMO सहित बड़े स्तर पर IAS व IPS आधिकारियों का होगा ट्रांसफर, रडार पर 60 BJP नेता
लोकसभा चुनाव में उम्मीद के अनुरूप परिणाम नहीं आने और चुनाव के समय कुछ अधिकारियों की ओर से सरकार के खिलाफ काम करने की शिकायतों के चलते मुख्यमंत्री नायब सैनी बड़ा फैसला लेने वाले हैं। CMO सहित जिला स्तर पर आईएएस व आपीएस अधिकारियों का बड़े स्तर पर...
लोकसभा चुनाव में उम्मीद के अनुरूप परिणाम नहीं आने और चुनाव के समय कुछ अधिकारियों की ओर से सरकार के खिलाफ काम करने की शिकायतों के चलते मुख्यमंत्री नायब सैनी बड़ा फैसला लेने वाले हैं। CMO सहित जिला स्तर पर आईएएस व आपीएस अधिकारियों का बड़े स्तर पर फेरबदल हो सकता है। चर्चा है कि सीएम ऑफिस में इन अधिकारियों की लिस्ट तैयार की जा रही है। बताया ये भी जा रहा है कि इस फेरबदल में सीएमओ कार्यालय के अलावा निदेशालय से जुड़े कईं अधिकारियों के नाम भी शामिल हैं। लिस्ट तैयार होने के बाद इसे मुख्यमंत्री नायब सैनी की ओर से फाइनल किया जाएगा, जिसके बाद इसे जारी कर दिया जाएगा। फेरबदल किए जाने वाले अधिकारियों में जिला स्तर के अलावा कई विभागाध्यक्ष, सचिवालय में तैनात अधिकारी, पुलिस अधिकारी और सीएम कार्यालय के भी कई अधिकारी शामिल हैं।
मनोहर लाल भी कह चुके हैं कार्रवाई की बात
बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान सरकार को यह इनपुट मिला था कि कुछ अधिकारी सरकार के खिलाफ काम कर रहे हैं। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी ऐसे अधिकारियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही थी। पूर्व में बीजेपी के कई नेता और विधायक भी अधिकारियों पर काम नहीं करने का आरोप लगा चुके हैं, जिसके चलते जनता में सरकार की छवि खराब हो रही थी। लोकसभा चुनाव के परिणाम से ये बात साबित भी हो गई है।
नेताओं के खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी
हरियाणा बीजेपी की ओर से पार्टी के ऐसे नेताओं के खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है, जिन्होंने लोकसभा चुनाव में पार्टी के खिलाफ जाकर काम किया। चर्चा है कि फिलहाल 5 दर्जन से अधिक ऐसे नेताओं की पहचान कर उनकी लिस्ट तैयार कर ली गई है। जल्द ही इस बारे में हाई कमान से चर्चा करने के बाद पार्टी के संगठन की ओर से उन पर कार्रवाई की जाएगी।
सरकार नहीं लेना चाहती कोई रिस्क
आगामी कुछ दिनों में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसलिए हरियाणा सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री नायब सैनी नहीं चाहेंगे की लोकसभा चुनाव की तरह से ही विधानसभा चुनाव में जनता के बीच सरकार को लेकर कोई भ्रम रहे। इसके अलावा वह पार्टी लाइन के खिलाफ चलने वाले नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करवाकर दूसरे नेताओं को भी ये संदेश देना चाहेंगे कि यदि किसी ने भी पार्टी के खिलाफ कार्य किया तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है।