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अल्पसंख्यक वोटबैंक के भरोसे चुनावी रणनीति, बांग्लादेश में पार्टी ने हिंदुओं का समर्थन किया

बांग्लादेश में हाल ही में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास और उसके बाद अमृत मंडल को भीड़ ने पीट-पीटकर मार दिया. देश में लगातार अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ती हिंसा को देखते हुए अब चुनाव में एक ऐसी पार्टी एंट्री करने जा रही है जिसने दावा किया है कि वो हिंदुओं की आवाज बनेगी.

देश में फरवरी में चुनाव होने हैं. चुनावों से पहले अल्पसंख्यकों का प्रतिनिधित्व करने वाली एक नई राजनीतिक पार्टी बनाई गई है. इस पार्टी का नाम बांग्लादेश माइनॉरिटी जनता पार्टी (बीएमजेपी) है, जिसने इस साल अप्रैल में चुनाव के लिए अपना पंजीकरण कराया.

कितनी सीटों पर लड़ेगी चुनाव

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह पार्टी राष्ट्रीय संसद (जातीय संसद) की 300 में से 91 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है और उसे 40 से 45 सीटें जीतने की उम्मीद है. पार्टी के अध्यक्ष सुकृति कुमार मंडल ने कहा कि उनकी पार्टी उन क्षेत्रों पर खास ध्यान दे रही है, जहां हिंदू मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है. पार्टी का ध्यान हिंदू वोटबैंक पर है.

किन इलाकों में वो चुनाव लड़ सकते हैं इस पर बात करते हुए उन्होंने कहा, हमने उन निर्वाचन क्षेत्रों को चुना है, जहां अल्पसंख्यक आबादी, खासकर हिंदू वोट-बैंक, 20 प्रतिशत से लेकर 60 प्रतिशत तक है. सोमवार की समय-सीमा से पहले नामांकन दाखिल करने की जल्दबाजी के बीच मंडल ने जोर देकर कहा कि बांग्लादेश के हिंदुओं को सुरक्षित महसूस करना बेहद जरूरी है, ताकि वो बिना डर के बाहर निकलकर वोट कर सकें.

BNP-जमात के साथ गठबंधन के लिए तैयार

उन्होंने यह भी साफ किया कि उनकी पार्टी किसी भी मुख्यधारा की पार्टी के साथ गठबंधन के लिए तैयार है, चाहे वो तारिक रहमान की बीएनपी हो या फिर जमात-ए-इस्लामी. मंडल ने कहा, इन पार्टियों के साथ गठबंधन होने से अल्पसंख्यक बिना किसी बदले के डर के अपने घरों से बाहर निकल सकेंगे. अवामी लीग अब हमारी लिस्ट में नहीं है और बीएमजेपी ही प्रताड़ित हिंदुओं की एकमात्र आवाज है.

पार्टी के उम्मीदवार कौन होंगे. पार्टी किस एरिया से किसको उतारेगी. इन सवालों पर मंडल ने कहा कि पार्टी के उम्मीदवारों के नाम एक या दो दिन में तय कर लिए जाएंगे. उन्होंने कहा, शनिवार तक सभी नामांकन दाखिल कर दिए जाएंगे.

भारत को लेकर क्या कहा?

साथ ही मंडल ने भारत को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा भारत को ढाका के प्रति अपना रुख बदलना चाहिए और पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग का समर्थन करने के बजाय सिर्फ हिंदू मुद्दे का समर्थन करना चाहिए.

मंडल ने कहा, अगर भारत अवामी लीग समर्थक रुख से हटता है, तो बांग्लादेश की मुख्यधारा की पार्टियां इसे गंभीरता से लेंगी. भारत को यह समझना चाहिए कि बीएमजेपी ही अल्पसंख्यकों की एकमात्र आवाज है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत के रुख में बदलाव से नई दिल्ली को लेकर बांग्लादेश की सोच में भी बदलाव आ सकता है.

उन्होंने आरोप लगाया कि अवामी लीग ने सत्ता में आने के लिए भारत का इस्तेमाल किया.

पार्टी का क्या है एजेंडा

पार्टी का पांच सूत्रीय एजेंडा है.

  1. एक धर्मनिरपेक्ष बांग्लादेश के लिए काम करना
  2. देश को 5 प्रांतों में बांटकर संघीय व्यवस्था लागू करना
  3. प्रत्येक प्रांत के मौलिक और संवैधानिक अधिकार सुनिश्चित करना
  4. पाठ्यपुस्तकों में धर्मनिरपेक्ष और वैज्ञानिक सोच के आधार पर बदलाव
  5. अल्पसंख्यकों के लिए समान और न्यायपूर्ण अधिकार सुनिश्चित करना

मंडल ने कहा कि पार्टी भेदभाव से मुक्त एक सामाजिक व्यवस्था बनाने पर ध्यान देगी. उन्होंने कहा, पाकिस्तान शासन के दौरान बना एनिमी प्रॉपर्टी एक्ट अब हिंदुओं को निशाना बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. लाखों एकड़ हिंदू जमीन छिन चुकी है और संपत्ति पर कब्जा, निजी दुश्मनी, जबरन धर्मांतरण और पूजा स्थलों में आगजनी जैसी घटनाओं के कारण अनगिनत परिवार बर्बाद हो चुके हैं. ये सब रोज की घटनाएं बन गई हैं.

उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश में करीब 2.5 करोड़ हिंदू रहते हैं और वो यहीं बने रहेंगे. उनका कहना था कि मुख्यधारा में रहना ही समाधान हो सकता है. मंडल ने कहा, कई निर्वाचन क्षेत्रों में हिंदू आबादी अच्छी खासी संख्या में है. पहले वो अवामी लीग का समर्थन करते थे. अगर उन्हें हमारे लिए वोट डालकर बाहर आना है, तो मुख्यधारा की किसी पार्टी को हमारे साथ गठबंधन की घोषणा करनी होगी.

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