मुख्यमंत्री के नाम आते ही याद आते हैं एकनाथ शिंदे… शिवसेना नेता ने क्यों दिया ये बयान?

शिवसेना की विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) मनीषा कायंदे ने कहा है कि जब भी कभी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को लेकर बात होती है या सीएम क नाम पर चर्चा होती है, तब लोगों के मन में केवल एक ही नाम आता है और वो नाम है एकनाथ शिंदे का. भले ही एकनाथ शिंदे वर्तमान में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री हैं लेकिन फिर भी लोगों को उनका नाम ही ध्यान आता है. उनकी छवि लोगों के बीच ऐसी है, जिससे दिमाग में बस उन्हीं का नाम पहले आता है.
शनिवार को मनीषा कायंदे ने एक कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान कहा, ‘2024 के विधानसभा चुनाव में महायुति सरकार (शिवसेना-शिंदे गुट, बीजेपी ,अजित पवार की एनसीपी) की जीत केवल दो कारणों की वजह से हुई है. एक तो मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना और दूसरा एकनाथ शिंदे का नेतृत्व करना.’ माझी लड़की बहिन योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपए की सहायता दी जाती है. यह योजना शिंदे सरकार की प्रमुख जनकल्याणकारी योजना रही है.
‘शिंदे राष्ट्रीय स्तर के नेता बन चुके हैं’
महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं, जिसमें से 230 सीटें शिवसेना-शिंदे गुट, बीजेपी, अजित पवार की एनसीपी महायुति गठबंधन ने जीतीं. इसके बाद शिंदे के डिप्टी सीएम रह चुके बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस राज्य के मुख्यमंत्री बने. कायंदे ने शिंदे के व्यक्तित्व की तारीफ करते हुए कहा कि वो राष्ट्रीय स्तर के नेता बन चुके हैं, अब वो सिर्फ महाराष्ट्र तक ही सीमित नहीं हैं. उन्होंने शिंदे के काम करने के तरीके की तारीफ में कहा कि वो सिर्फ बोलते नहीं बल्कि काम भी करते हैं.
‘शिंदे शिवसेना के लिए वो मुख्यमंत्री हैं’
उन्होंने आगे कहा, ‘भले ही वह आज उपमुख्यमंत्री हैं लेकिन, शिंदे शिवसेना के लिए वो मुख्यमंत्री हैं. कई लोगों के शिवसेना में शामिल होने के पीछे का कारण शिंदे के नेतृत्व पर भरोसा है.’
2022 में शिंदे ने शिवसेना के अंदर बगावत की थी, जिससे उद्धव ठाकरे की महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी. बाद में चुनाव आयोग ने शिवसेना का नाम और सिंबल शिंदे गुट को दे दिया और उद्धव गुट को शिवसेना (UBT) कहा जाने लगा.