मुंबई में दही हांडी रिहर्सल के दौरान ऊपर ने नीचे गिरा नाबालिग, हो गई मौत, नहीं था सुरक्षा का कोई इंतजाम

मुंबई के दहिसर इलाके में दही हांडी फेस्टिवल की तैयारी के दौरान एक दर्दनाक हादसा हो गया. इस हादसे में एक बच्चे की जान चली गई. बच्चे की पहचान महेश रमेश जाधव के नाम से हुआ है. उसकी उम्र 11 साल बताई जा रही है. यह हादसा रविवार को दही हांडी फेस्टिवल के रिहर्सल के दौरान हुआ.
रिहर्सल के दौरान महेश पिरामिड के छठे स्तर पर चढ़ा था तभी अचानक संतुलन बिगड़ने के कारण वह नीचे गिर पड़ा. नीचे किसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था न गद्दी, न जाल, और न ही कोई सेफ्टी बेल्ट का कोई इंतजाम नहीं था. इसकी वजह से बच्चे की मौत हो गई.
जांच में क्या आया सामने?
परिवार वालों की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की. जांच में सामने आया कि इस अभ्यास का आयोजन बिना किसी मान्यता प्राप्त मंडल के किया गया था. स्थानीय व्यक्ति बालाजी उर्फ बालू रमेश सुरनर (32) ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसे बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोप है कि उसने बिना किसी आधिकारिक अनुमति और सुरक्षा इंतजाम के बच्चों को एकत्रित कर रिहर्सल शुरू कारवया. उसका मकसद त्योहार के दिन सलामी के जरिए पैसा कमाना और उसे आपस में बांटना था.
बिना अनुमति चल रहा था रिहर्सल
दहिसर पुलिस ने महेश के परिजनों की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ गंभीर लापरवाही, बिना अनुमति आयोजन और बच्चों को खतरनाक गतिविधियों में शामिल करने जैसी धाराओं में केस दर्ज किया है. पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि इस आयोजन में और कौन-कौन शामिल था. मामले में जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं.
नहीं था सेफ्टी का इंतजाम
पुलिस का कहना है कि ऐसे हादसों का सबसे बड़ा कारण सुरक्षा उपकरणों का अभाव होता है. दही हांडी मंडल प्रैक्टिस के दौरान अक्सर जरूरी चीजें जैसे हेल्मेट, सेफ्टी बेल्ट, गद्दे या जाल का उपयोग नहीं करते, जिससे बच्चों की जान जोखिम में पड़ जाती है. इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या हम पर्व मनाने के नाम पर बच्चों की जिंदगी से खेल रहे हैं?