माघ दुर्गाष्टमी व्रत के दिन जरूर करें ये चमत्कारी उपाय, मनचाही इच्छा हो जाएगी पूरी!
जिस प्रकार चतुर्थी तिथि का अधिष्ठाता भगवान गणेश को माना जाता है, ठीक उसी प्रकार हर महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि देवी दुर्गा को समर्पित मानी जाती है. जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है इस दिन दुर्गा देवी की उपासना की जाती है औक उनके निमित्त व्रत रखा जाता है. आज यानी 5 फरवरी को माघ माह की मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत किया जा रहा है. दुर्गाष्टमी के दिन देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और हर समस्या से छुटकारा मिलता है. ज्योतिष के अनुसार मासिक दुर्गाष्टमी पर करने वाले कुछ खास उपाय बताए गए हैं, जिनको करने से मनचाहा फल प्राप्त होता है. आइए जानते हैं कि मासिक दुर्गाष्टमी के दिन आपको कौन से उपाय करने चाहिए.
माघ दुर्गाष्टमी 2025 तिथि
पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी की तिथि की शुरुआत 5 फरवरी 2025 को देर रात 2 बजकर 30 मिनट पर हुई, जिसका समापन 6 फरवरी को देर रात 12 बजकर 35 मिनट पर होगा. ऐसे में उदयातिथि के अनुसार, माघ मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत 5 फरवरी को रखा जा रहा है.
मासिक दुर्गाष्टमी के उपाय
अगर आप मनचाहा जीवनसाथी पाना चाहते हैं और प्रेम विवाह में कोई परेशानी आ रही है, तो इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए मासिक दुर्गाष्टमी के दिन देवी दुर्गा के ‘सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके। शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते।।’ मंत्र का 21 बार जाप करना चाहिए. इस मंत्र का जाप करने के बाद मां दुर्गा को इलायची का भोग लगाना चाहिए.
अगर आप अपनी संतान करियर को बेहतर बनाना चाहते हैं और आप चाहते हैं कि आपके बच्चे खूब तरक्की करें, तो दुर्गाष्टमी के दिन देवी दुर्गा के ‘या देवी सर्व भूतेषु विद्या रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमो नमः।।’ इस खास मंत्र जाप करना चाहिए. इस मंत्र का जाप करने के बाद देवी दुर्गा के आगे घी का दीपक जलाना चाहिए.
अगर आपके परिवार में कोई परेशानी चल रही है या आपके घर की सुख-शांति दूर हो गई है, तो इससे छुटकारा पाने के लिए मासिक दुर्गाष्टमी के दिन 2 कपूर और 12 लौंग लेकर गोबर के कंडे या उपले पर जलानी चाहिए. इस उपाय को करने से घर में सुख-शांति का वास होता है और परिवार के सदस्यों में प्रेम बढ़ता है.
अगर आप किसी बड़ी बीमारी को लेकर परेशान हैं और लंबे समय से उससे जूझ रहे हैं, तो उससे छुटकारा पाने के लिए दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा के ‘ऊँ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तु ते।। ‘ इस मंत्र का 5 बार जाप करना चाहिए. इस मंत्र का जाप के बाद देवी को पांच फलों का भोग लगाना चाहिए.
अगर आप अपने जीवन खुशहाल बनाना और हर प्रकार की समस्या से मुक्त होना चाहते हैं, तो दुर्गाष्टमी के दिन देवी मां के मंदिर में जाकर उनके निमित्त वस्त्र भेंट करें और उनको कच्चे नारियल की गिरी का भोग लगाना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से आपको धनलाभ होगा और देवी की कृपा आप पर बनी रहेगी.
अगर आपको हर वक्त किसी चीज का भय बना रहता है या नए काम की शुरुआत करने से डर लगता है तो दुर्गाष्टमी के दिन देवी दुर्गा के ‘जय त्वं देवि चामुण्डे जय भूतार्ति हारिणी। जय सर्वगते देवि कालरात्रि नमोस्तु ते।।’ इस मंत्र का 2 बार जाप करना चाहिए. इस मंत्र का जाप के बाद मंदिर की घंटी बजानी चाहिए.