धर्म/अध्यात्म

देवकीनंदन ठाकुर ने बताए सफला एकादशी व्रत करने के सही तरीके

हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है, और पौष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को सफला एकादशी के नाम से जाना जाता है. जैसा कि नाम से ही पता है, यह व्रत सभी कार्यों में सफलता दिलाने वाला माना जाता है. इस साल, सफला एकादशी का व्रत 15 दिसंबर 2025 को रखा जाएगा. कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर जी ने इस बहुत ही महत्वपूर्ण व्रत की महिमा और सही पूजन विधि का विस्तार से वर्णन किया है, जिससे भक्तों को समस्त पापों से मुक्ति और भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त हो सके. आइए जानते हैं.

सफला एकादशी व्रत की महिमा

कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर जी ने सफला एकादशी के महत्व को बताते हुए कहा कि यह व्रत साधारण नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति को जीवन के सर्वोच्च लक्ष्यों की ओर ले जाता है. इस व्रत के प्रताप से जीवन के सभी रुके हुए कार्य सफल हो जाते हैं और व्यक्ति को हर क्षेत्र में सफलता मिलती है. यही कारण है कि इसे ‘सफला’ एकादशी कहा जाता है. यह व्रत जाने-अनजाने में हुए सभी पापों का नाश कर व्यक्ति को मोक्ष के मार्ग पर ले जाता है, जिससे उसे भगवत प्राप्ति होती है. यह व्रत साक्षात जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित है. व्रत के सही पालन से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है और वे प्रसन्न होते हैं. सफला एकादशी के महात्म्य को सुनने और विधि-विधान से व्रत करने से भक्तों को अश्वमेध यज्ञ करने जितना महान फल प्राप्त होता है.

सफला एकादशी व्रत की सही विधि

संकल्प और स्नान

सबसे पहले स्नान करें. भगवान विष्णु को साक्षी मानकर सफला एकादशी व्रत का संकल्प लें.

भगवान का अभिषेक और पूजन

  • संकल्प लेने के बाद भगवान विष्णु का अभिषेक करें.
  • भगवान विष्णु को पीले वस्त्र, हल्दी, चंदन और ऋतु फल अर्पित करें.
  • विशेष ध्यान रखें कि हो सके तो इस दिन भगवान को अन्न का भोग नहीं लगाना चाहिए.

रात्रि जागरण (कीर्तन और स्मरण)

  • रातभर जागकर भगवान का भजन, कीर्तन और स्मरण करें. रात्रि जागरण एकादशी व्रत का एक अनिवार्य अंग माना जाता है.
  • व्रत में पालन किए जाने वाले नियम (सत्य, अहिंसा, ब्रह्मचर्य)
  • व्रती को व्रत के दौरान क्रोध का त्याग करना चाहिए.
  • सत्य बोलना चाहिए.
  • ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए.

कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर के अनुसार, ये सभी काम करने पर ही सफला एकादशी समस्त तरह के पापों का नाश करके आपको भगवत प्राप्ति कराती है.

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