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पेयजल को लेकर नागरिकों को न हो परेशानी: उपायुक्त कौशिक

तीन जलघरों की क्षमता 211 करोड़ लीटर प्रतिदिन

भिवानी,(ब्यूरो): उपायुक्त महावीर कौशिक ने सुचारू रूप से पेयजल सप्लाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उपायुक्त आज अपने कार्यालय में पेयजल आपूर्ति को लेकर अधिकारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
महावीर कौशिक ने अधिकारियों को पेयजल का उचित प्रबंध करने के निर्देश देते हुए कहा कि आम नागरिक को पेयजल को लेकर कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों से आपसी तालमेल के साथ कार्य करने के निर्देश दिए और कहा कि पेयजल के उचित प्रबंधन के लिए हर संभव कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि अधिकारी पेयजल की उपलब्धता को लेकर सभी विकल्पों पर विचार करें ताकि निर्बाध गति से पेयजल आपूर्ति हो सके। उन्होंने कहा कि पंप हाउस पर एडवांस मोटर रखें ताकि खराब होने की स्थिति में तुरंत बदला जा सके। उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मिताथल हैड पर निर्बाध गति से बिजली आपूर्ति की जाए। इसके साथ ही उन्होंने नहर के अंदर ही पानी स्टोरेज करने के विकल्प पर भी कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने नागरिकों से भी अपील की कि वे पानी को बर्बाद ना करें। उन्होंने कहा कि अक्सर घरों के पार्कों में पानी देने व गाड़ी धोने में पानी की बर्बादी की जाती है, जिससे बचना चाहिए। बैठक में सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नागरिकों को पेयजल आपूर्ति करने के लिए तीन वाटर वर्क्स बनाए गए हैं। उनकी क्षमता 211 करोड़ लीटर प्रतिदिन की है। उन्होंने बताया कि 24 दिन नहर बंद रहती है और 16 दिन नहर में पानी आता है। इस दौरान ही स्टोरेज का कार्य किया जाता है। इसके लिए मिताथल हेड बनाया गया है, जहां से पाइपलाइन के माध्यम से पानी जल घरों तक लाया जाता है। बैठक में सीवरेज व्यवस्था को लेकर भी समीक्षा की गई और उपायुक्त महावीर कौशिक ने आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए। बैठक में वन विभाग से डॉ. राजेश वत्स, सिंचाई विभाग के एसई दिनेश राठी, बिजली विभाग का कार्यकारी अभियंता संजय रंगा, एसई जनस्वास्थ्य विभाग से डीएस दलाल व सुनील रंगा अधिकारी मौजूद रहे।

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