
नारनौल, (ब्यूरो): सरकार द्वारा महेंद्रगढ़ जिले में अटल भूजल योजना के तहत लंबित कार्यों को आगे बढ़ाने की स्वीकृति के साथ ही इन परियोजनाओं के पूरा होने बाद क्षेत्र के भूजल में उल्लेखनीय सुधार होगा। यह कार्य योजना प्रत्येक गांव के भूजल को रिचार्ज करने के उद्देश्य से बनायी गई थी।
पूर्व सिंचाई मंत्री डा अभय सिंह यादव ने बताया कि कृष्णावती व दोहान नदियों की अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने का यह प्रयास राजस्थान सीमा के निकट लगने वाले गांवों के भूजल सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस दिशा में चार अलग अलग प्रोजेक्टों पर काम चल रहा है। ढाणी जाजमा के पास नदी में पानी की लाइन पहले डाली हुई है और उसी को आगे बढ़ाते हुए दत्ताल में बने हुए चार एकड़ में 15 फुट गहरे स्टोरेज टैंक से ओवरफ्लो के पानी को नदी में डालने के लिए अलग से पाइप लाइन बिछाई जा चुकी है। इसी तरह नौलाजा गांव के पास एक पाइप लाइन नोलपुर डिस्ट्रीब्यूटरी से मंज़ूर हुई है जो खेतों में सिंचाई का पानी उपलब्ध करवाते हुए कृष्णावती नदी में डाली जाएगी। दूसरी तरफ़ शहबाज़पुर डिस्ट्रीब्यूटरी और दोस्तपुर माइनर के नवीनीकरण के पश्चात इनकी क्षमता बढ़ाने का काम पूरा हो चुका है तथा दोस्तपुर गांव के पास से कृष्णावती नदी को जोडऩे का काम भी फ़सल कटने के तुरंत बाद प्रारंभ हो जाएगा । अत: राजस्थान सीमा के साथ नदी में तीन अलग अलग स्रोतों से पानी डालने कि यह योजना खेत ख़ाली होते ही बरसात से पहले पूरी कर ली जाएगी। नदी का यह हिस्सा रिचार्ज होने के पश्चात आस पास के लगभग 10 गांवों के भूजल में सुधार होगा जिसमें मुख्य रूप से भी दोस्तपुर, भेडंटी, दोखेरा, अलीपुर, शहबाज़पुर, ढाणी जाजमा, दत्ताल, नौलाज़ा, नोलपुर, नांगल नूनिया व अमरपुरा आदि गांवों तक इसका प्रभाव अगले कुछ सालों में देखने को मिलेगा। इसके अतिरिक्त नांगल नूनियां गांव के बांध को नहर से पानी भरने के प्रोजेक्ट पर भी काम चल रहा है जिसके पूरा होने उपरांत नांगल नूनियां, बनिहाड़ी व कालबा आदि गांवों में भूजल में सुधार होगा।
डा. यादव ने बताया कि विभिन्न गांवों में बनाए जा रहे 4 एकड़ के 15 फ़ीट गहरे पक्के जल भंडारों की संख्या भी बढ़ रही है। 25 से अधिक गांवों में या तो यह बन चुके हैं या निर्माणाधीन हैं। जिन गांवों में इन जल भंडारों पर काम पूरा हो चुका है उनसे किसानों को सिंचाई के लिए एक प्रभावी सुविधा प्राप्त हुई है । बरसात के पानी को इन जल भंडारों में इक_ा करने की यह एक दीर्घकालिक सुविधा गांवों को मिल चुकी है। नांगल चौधरी हलके में उन गांवों में यह सुविधा उपलब्ध करवाई गई है जो नहर की टेल पर पड़ते हैं और जहां सर्दी में पानी की कमी रहती है। जिसमें नांगल चौधरी के विभिन्न गांवों में गोंद बलाह से लेकर गोठड़ी तक यह सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। निजामपुर क्षेत्र के कुछ गांवों में भी यह सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए लगभग 35 करोड़ रुपए की लागत से पाइपलाइन बिछाई जा रही है जिसमें नारेडी , निजामपुर, छीलरो व धानोता गांवों में पक्के जल भंडार बनाए गए हैं और नापला गांव के बांध को भी नहर से जोड़ा जा रहा है । डा. यादव ने दावा किया कि हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी सरकार ने वास्तव में इस क्षेत्र की धरती को हरा भरा बनाने के लिए जल व्यवस्था का कायाकल्प किया है तथा क्षेत्र की आर्थिक स्थिति विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रही है।