उत्तराखंड

देहरादून: दो महीने से नहीं मिला वेतन, खर्च के लिए कर्ज ही सहारा… ड्राइवरों ने बताया कैसे कर रहे गुजारा?

उत्तराखंड में रोडवेज बसों के ड्राइवर को 2 महीने से सैलरी नहीं मिली है. ऐसे में ड्राइवरों के सामने मुसीबत खड़ी हो गई है. उनके लिए घर का खर्चा चलाना भी मुश्किल हो गया है. ड्राइवर इतने मजबूर हो गए हैं कि उन्हें अपने रिश्तेदारों से पैसे लेकर खर्चा करना पड़ा रहा है. एक ड्राइवर के बेटे की जब तबीयत खराब हुई तो उसके पास बच्चे के इलाज के लिए भी पैसे नहीं थे.

ये हाल एक या दो ड्राइवर का नहीं है. बल्कि, देहरादून में रोडवेज में एजेंसी की ओर से रखे गए 300 ड्राइवरों के सामने ये संकट है. उनके पास वेतन के लाले पड़ गए हैं. अगस्त का आधा महीना हो गया है, लेकिन इन कर्मचारियों का जून महीने का वेतन भी नहीं मिला है. ऐसे में कर्मचारी अपने बच्चों की फीस नहीं दे पा रहे हैं, घर का खर्च नहीं निकाल पा रहे हैं. ड्राइवरों का कहना है कि उनको समय पर सैलरी नहीं दी जा रही है.

रिश्तेदारों से लेकर कर रहे खर्चा

कई ड्राइवरों ने अपनी आपबीती बताई. एक ने कहा कि उनके बच्चे की तबीयत खराब हो गई थी. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. बच्चा ICU में भर्ती रहा, लेकिन उनके पास अस्पताल का बिल चुकाने तक की पैसे नहीं थे. ऐसे में जहां उनके बच्चे को 10 अगस्त को छुट्टी मिलनी थी. वहीं उनके बच्चे को 13 अगस्त को छुट्टी दी गई, जब तीन दिन बाद रिश्तेदारों से पैसे लेकर अस्पताल की फीस जमा की गई.

बच्चों की स्कूल फीस नहीं पा रहे ड्राइवर

वहीं एक दूसरे ड्राइवर ने कहा कि हमारे साथ भेदभाव किया जा रहा है. एजेंसी ड्राइवरों की सैलरी वक्त पर नहीं दी जा रही है. हम बिना सैलरी के कैसे काम करेंगे. उन्होंने बताया कि 2 महीने से सैलरी न मिलने की वजह से वह बच्चों की स्कूल फीस भी जमा नहीं कर पा रहे हैं और बहुत मुश्किल हो रही है. एक अन्य ड्राइवर ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी के स्कूल की फीस रिश्तेदारों से पैसे उधार लेकर दी.

300 ड्रावरों की नहीं आई वक्त पर सैलरी

रोडवेज जनरल मैनेजर डायरेक्टर पवन मेहरा ने बताया कि एजेंसी के जरिए से 300 ड्राइवरों को रखा गया है. एजेंसी के एक मंडल के ड्राइवरों की सैलरी रह गई है. जल्द ही ड्राइवर जून का वेतन दे दिया जाएगा. दो मंडलों के ड्राइवरों का वेतन पहले ही भेज दिया गया है. ड्राइवरों के एक महीने की सैलरी का बिल 71 लाख रुपये होता है, जो एजेंसी को भुगतान किया जाता है.

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