न्यूज़ डेस्क उत्तरप्रदेश । नोएडा । राजेश शर्मा । उत्तराखंड निवासी महेश चंद्र आगरी उर्फ महेश टम्टा, जो कि धारा 307 और 120बी के तहत अभियुक्त हैं, प्रशासन द्वारा 50 हजार रुपये के इनामी घोषित किए गए थे। वह पिछले चार वर्षों से कोर्ट से फरार चल रहे थे और उनकी चार बार जमानत याचिका हाई कोर्ट द्वारा खारिज की जा चुकी थी। हाल ही में उन्हें हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत मिली है, जिस पर पीड़ित पक्ष ने संदेह जताया है। इस मामले को लेकर भीम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश राज ने 26 नवंबर को जंतर मंतर पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने मांग की कि महेश टम्टा की बेनामी संपत्तियों की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा कराई जाए। धरने के बाद से ही राजेश राज को आरोपी पक्ष से जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं।
रविवार को नोएडा में आयोजित एक प्रेस वार्ता में राजेश राज ने बताया कि महेश टम्टा एक शातिर अपराधी है, जो पहले मजदूरी करता था और 2000 में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के कार्यालय में पानी पिलाने का काम करता था। आज वह जमीनों पर कब्जा करवाने और शूटर हायर कर हमले करवाने जैसे आपराधिक गतिविधियों में लिप्त है।
बेनामी संपत्तियों का खुलासा राजेश राज ने दावा किया कि महेश टम्टा ने अपनी अवैध संपत्तियों को अपने रिश्तेदारों के नाम पर करा रखा है। इनमें चचेरे भाई, चचेरे ससुर, दूसरी पत्नी, मामा के लड़के, सगे भाई के ससुर और सगे ससुर के नाम शामिल हैं। उनके सगे ससुर, जो चपरासी से रिटायर हुए हैं, के नाम पर 25 करोड़ रुपये की संपत्ति है। मामा के लड़के, जो बीपीएल कार्डधारी हैं, के नाम पर 30 करोड़ रुपये की संपत्ति दर्ज है।
इसके अलावा, महेश टम्टा ने फर्जी कंपनियां बनाकर निवेश के नाम पर सरकार को धोखा देने का काम भी किया है। ईडी जांच की मांग
राजेश राज ने ईडी से महेश टम्टा की संपत्तियों और आपराधिक गतिविधियों की जांच करने की मांग की है। उन्होंने कोर्ट में जमानत खारिज करने के लिए भी याचिका दायर की है। उनका आरोप है कि महेश टम्टा नोएडा में रहकर पीड़ित पक्ष को लगातार जान से मारने की धमकियां दे रहा है।
न्याय की अपील भीम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रशासन और सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।