काकड़ोली हुक्मी गांव का सपूत नवीन श्योराण लेह लद्दाख में हुआ शहीद
गांव के शमशान घाट में सायं 4 बजे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा अंतिम संस्कार।

भिवानी (ब्यूरो): गांव काकड़ोली हुक्मी का होनहार बेटा, भारतीय वायुसेना का वीर सैनिक नवीन श्योराण, जो वर्तमान में लेह-लद्दाख के कठिन और दुर्गम इलाकों में मातृभूमि की सेवा कर रहा था, देश की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुआ। नवीन श्योराण की आयु लगभग 25 वर्ष थी। उनका अंतिम संस्कार आज शाम लगभग 4 बजे गांव काकड़ोली हुक्मी के श्मशान घाट में राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
गांव के साधारण परिवार, सतीश श्योराण के घर जन्मे दो भाइयों में से छोटा नवीन ने बचपन से ही देश सेवा का सपना संजोया था। कठिन परिश्रम और अटूट जज्बे के बल पर उन्होंने चार वर्ष पूर्व भारतीय वायुसेना में भर्ती होकर अपने सपनों को साकार किया। देशभक्ति नवीन श्योराण के खून में ही थी उनके दादा धर्मसिंह भी भारतीय सेना में सेवाएं दे चुके है। वर्तमान में लेह-लद्दाख जैसी विषम और बर्फीली परिस्थितियों में तैनात रहकर नवीन श्योराण ने अपने कर्तव्य का वीरतापूर्वक निर्वहन किया और अंतिम सांस तक भारत माता की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए।
शहीद नवीन श्योराण का बड़ा भाई नितिन श्योराण वर्तमान में लॉ (कानून)की शिक्षा गृहण कर रहा है। उनके पिता सतीश की गांव में ही खाद बीज की दुकान है जबकि मां आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ता है। इस दुखद समाचार से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। बताया जा रहा है कि शहीद नवीन श्योराण कुछ दिन पहले ही 15 दिन की छुट्टी काटकर गया है तथा परिवार वाले उसके विवाह के लिए लडक़ी देख रहे थे।