चौथे चरण में 360 उम्मीदवारों के खिलाफ क्रिमिनल केस, चंद्र शेखर 5705 करोड़ के मालिक
स चुनाव में 17 प्रत्याशी ऐसे हैं जिन्हे किसी न किसी मामले में अदालात में सजा सुनाई जा चुकी है, 11 उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या, 30 उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या के प्रयास, 50 उम्मीदवारों के खिलाफ महिलाओं के खिलाफ अपराध करने के मामले और 44 उम्मीदवारों के...
18वीं लोक सभा चुनाव के चौथे चरण के चुनाव के दौरान आपराधिक पृष्ठभूमि वाले सबसे ज्यादा उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं। इस चरण के लिए मैदान में उतरे 1717 प्रत्याशियों में से 360 (21 प्रतिशत) प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि 274 (16 प्रतिशत) उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके खिलाफ गंभीर अपराध के मामले दर्ज हैं। चुनाव के पहले चरण में 252 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले और 161 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे जबकि दुसरे चरण के लिए मैदान में उतरे 250 प्रत्याशियों में से 167 प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले थे जबकि 14 प्रतिशत प्रत्याशियों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे।
इसी प्रकार तीसरे चरण में 244 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले और 172 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे। एसोसिएशन आफ डैमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (डी.आर.) द्वारा उम्मीदवारों के हलफनामों के आधार पर यह विश्लेषण किया गया है। चौथे चरण के लिए मैदान में उतरे 476 उम्मीदवार करोड़पति हैं और इस चरण के लिए मैदान में उतरे प्रत्याशियों की औसतन संपत्ति 11.72 करोड़ रुपए है। चौथे चरण के लिए 13 मई को 10 राज्यों की 96 सीटों पर मतदान होना है।
इस चुनाव में 17 प्रत्याशी ऐसे हैं जिन्हे किसी न किसी मामले में अदालात में सजा सुनाई जा चुकी है, 11 उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या, 30 उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या के प्रयास, 50 उम्मीदवारों के खिलाफ महिलाओं के खिलाफ अपराध करने के मामले और 44 उम्मीदवारों के खिलाफ हेट स्पीच के मामले हैं।
ओवैसी की पार्टी के सारे अम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले
अपराधी उम्मीदवारों को मैदान में उतारने के मामले में क्षेत्रीय पार्टियां राष्ट्रीय पार्टियों के मुकाबले काफी आगे हैं। असदुद्दीन ओवैसी की ए. आई.एम. आई एम द्वारा इस चरण में उतारे गए 3 उम्मीदवारों (100 प्रतिशत) के खिलाफ आपराधिक मामले हैं और यह सारे अपराध गंभीर अपराध की श्रेणी में आते हैं। इसी प्रकार शिव सेना के 3 में से 2 (67 प्रतिशत) उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं और यह सभी गंभीर आपराधिक मामले हैं। बी. आर. एस.के. 17 में से 10 उम्मीदवारों (59 प्रतिशत) उम्मीवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं।