पीएचडी छात्र का खौफनाक प्लान: पिता की मौत का बदला लेने को 50 लाख के हथियार खरीदे

रेवाड़ी: 16 दिसम्बर की रात को हायर की गई टैक्सों के चालक को गोली मारकर टैक्सी व नकदी लूटने के आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में हुए खुलासे से पुलिस भी अचंभित रह गई। पीएच. डी. छात्र ने 30 साल पहले हुई कथित पिता की हत्या का बदला लेने व हिस्ट्रीशीटर विनोद फैडरिक की हत्या के लिए लोन लेकर 50 लाख रुपए के हथियार जमा किए थे।
डी.एस.पी. सुरेन्द्र श्योराण ने बताया कि अजमेर राजस्थान के पीएच.डी. कर रहे छात्र देवांशु व नैट की तैयारी कर रहे आजमगढ़ यू.पी. के छात्र शुभम वर्मा ने 15 दिसम्बर की रात 12 बजे चालक संजय कुमार की टैक्सी दिल्ली से जयपुर के लिए हायर की थी। जब यह टैक्सी रेवाड़ी के दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित बनीपुर चौक के पास पहुंची तो इन छात्रों ने संजय के पैर में गोली मारकर उसे बंधक बना लिया और बाद में रेवाड़ी के सर्कुलर रोड पर फेंक दिया था। इन्होंने संजय से 20 हजार रुपए की नकदी लूट ली और फिर उसी की टैक्सी को लेकर फरार हो गए थे।
उन्होंने कहा कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद रिमांड पर लिया गया था। रिमांड पर इन्होंने हथियार उपलब्ध करवाने वाले आरोपी मेरठ के बंटी सिंह का खुलासा किया, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
देवांशु का मानना था कि यह दुर्घटना नहीं, हत्या है और इसके पीछे हिस्ट्रीशीटर व नशा कारोबारी विनोद फैडरिक का हाथ है तथा उसकी हत्या का प्लान बनाने में लगा हुआ था। इसके लिए देवांशु ने 50 लाख रुपए के हथियार खरीदे। रिमांड के दौरान आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने 5 पिस्तौल, 250 जिंदा कारतूस, 8 मैगजीन, 22 मैगजीन की स्प्रिंग, एक बैरल की स्प्रिंग, एक आईफोन, 6 वॉकी टॉकी सैट, 5 वाँकी टॉकी चार्जर, 5 एडॉप्टर, 1 पैकेट दस्ताने, । दूरबीन, 2 पावर एडॉप्टर, 3 कारतूस की खाली डिब्बियां और एक हथकड़ी बरामद की है। इससे पूर्व गिरफ्तारी के समय 2 पिस्तौल, 3 मैगजीन, 89 जिंदा कारतूस, जैमर व जी.पी. एस. ट्रैकर सिस्टम पुलिस ने बरामद किया था।




